Acute Encephalitis Case: बच्चों की मौतों पर
NHRC सख्त, बिहार और केंद्र सरकार को नोटिस
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए ये निर्देश
बता दें कि रविवार को मुजफ्फरपुर से लौटने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में चमकी बुखार से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गई। जिसमें हर्षवर्धन ने AES की रोकथाम के लिए एक उच्च स्तरीय मल्टी डिसिप्लिनरी रिसर्च टीम ( high level multi-disciplinary team ) बनाने के निर्देश दिए। इस काम को एक साल में पूरा किया जाएगा। इसके अलावा बिहार में विभिन्न जिलों में पांच वायरोलॉजिकल लैब स्थापित किए जाएंगे। साथ ही राज्य में कम से कम 100 बेड का नया ICU बनाया जाएगा । हर्षवर्धन ने बीती रविवार को समीक्षा यात्रा के दौरान मुजफ्फरपुर में इस तरह का केंद्र स्थापित करने के बारे में आश्वासन दिया था।
रिसर्च टीम में होंगे ये विशेषज्ञ
हर्षवर्धन ने बताया कि रिसर्च टीम एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों के साथ काम करेगी, जो समय-समय पर बीमारी के चक्र, पर्यावरणीय कारकों और महामारी के अन्य करणों के अलावा मेट्रोलॉजिकल डेटा सहित विभिन्न पहलुओं को देखेंगे। इस रिसर्च टीम में दिल्ली ICMR, बेंगलूरु के मलेरिया अनुसंधान के राष्ट्रीय संस्थान (NIMHANS), राष्ट्रीय पोषण संस्थान, हैदराबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी (NIE) चेन्नई और दिल्ली एम्स के कई विशेषज्ञ भी होंगे।