मऊ. विकास की बात करते-करते यूपी विधानसभा चुनाव में ऊपर-ऊपर विकास की बात करते-करते बीजेपी ने ऐसे जातिगत समीकरण साधा की समाजवादी पार्टी से सत्ता गयी और बहुजन समाज पार्टी की अब तक की सबसे बुरी हार। इससे सबक लेते हुए अब पार्टियां जातिगत समीकरणों को साधने में जुट गयी हैं। समाजवादी पार्टी ने जातिगत सम्मेलनों के जरिये 2019 में वोटरों को साधना अभी से शुरू कर दिया है। सपा भी बसपा के भाईचारा सम्मेलन की तर्ज पर जातिगत सम्मेलन कर रही है। इसी क्रम में घोसी में चौहान वोटरों को साधने के लिये समाजवादी पर्टी सामसजिक न्याय के तहत पिछड़ा चौहान सम्मेलन आयोजित किया। इसमें पूरा योगी मोदी सरकार की नाकामियां गिनाकर यह बताने की कोशिश की गयी कि दोनों सरकारें चौहान समाज को उपेक्षित रखे हुए हैं और समाजवादी पार्टी ही चौहानों की सच्ची हितैषी है।
सम्मेलन में बड़ी तादाद में चौहान समाज के लोग पहुंचे थे। मुख्य चेहरों में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री बलराम यादव, राष्ट्रीय सचिव पीएन चौहान और पूर्व विधायक घोसी सुधाकर सिंह मौजूद थे। सभी ने पिछड़ी जातियों के हित और आरक्षण का मुद्दा उठाया और बताया कि किस तरह से सरकार समाज के लोगों को मूर्ख बना रही है।
चौहान वोटरों की सपा को क्यों है चिन्ता समाजवादी पार्टी बीजेपी के नक्शेकदम पर चल पड़ी है। 2014 का लोकसभा चुनाव हो या फिर 2017 का विधानसभा चुनाव, बीजेपी ने बड़े ही जमीनी स्तर पर काम किया और सभी जातियों में अपनी पैठ बनायी और उसका परिणाम यह रहा कि दोनों चुनावों में भाजपा की जीत ऐसी हुई जैसे उसकी लहर चल रही थी। यही वजह है कि अब समाजवादी पार्टी भी उसी राह पर चल पड़ी है। घोसी लोकसभा सीट मऊ की सदर, मधुबन, घोसी, मोहम्मदाबाद गोहना और बलिया की रसड़ विधानसभा सीट को मिलाकर बनती है। मऊ की चार विधानसभा सीटों की बात करें तो यहां चौहान वोटरों की तादाद नौ प्रतिशत से अधिक है। यही वजह है कि हर पार्टी की नजर चौहान वोटरों पर है।
सपा का आरोप, इस सरकार में पिछड़ों का हो रहा अन्याय समाजवादी पार्टी ने चौहान पिछड़ा सम्मेलन का जो आयोजन किया उसकी आवश्यकता क्यों पड़ी इस बारे में सपा नेताओं का कहना है कि इस सरकार में पिछड़ों के साथ न्याय नहीं हो रहा है। पूर्व मंत्री बलराम यादव ने कहा कि सपा सभी का विकास चाहती है। समाज में जो लोग भी पिछड़े हुए हैं उनको आगे बढ़ाने के लिये अगर कोई काम करता है तो वह समाजवादी पार्टी ही है। सपा सम्मेलन के जरिये लोगों को एकजुट कर रही है। आयोजनकर्ता महेन्द्र चौहान ने कहा कि पिछड़ों को आरक्षण में लाभ नहीं मिला, इसके बारे में बताने और जागरूक करने के लिये यह सम्मेलन आयोजित किया गया।
By Vijay Mishra
Home / Mau / खुल गया अखिलेश यादव का 2019 लोकसभा चुनाव जीतने का सीक्रेट प्लान, भाजपा इसी प्लान से जीती थी 2014 व 2017 का चुनाव