टॉप पर है एशियन करंसी
31 अक्टूबर 2018 से लेकर अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये में 5.4% की मजबूती आ चुकी है और एशियन करंसी मार्केट में टॉप पर पहुंच गई है। ग्लोबल क्रूड के दामों में पिछले ढाई महीनों में 39% तक की गिरावट देखी गई थी।
क्रूड ऑइल के दामों में आई तेज गिरावट का सबसे ज्यादा फायदा इंडिया को हुआ है क्योंकि इंडिया क्रूड का सबसे बड़ा इंपोर्टर्स है। इस बीच शुक्रवार को पांच दिनों में पहली बार डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आई थी, जिसकी वजह स्टॉक मार्केट में हुई बिकवाली थी। करंसी पर महीने के अंत में इंपोर्टर्स की तरफ से निकलनेवाली खरीदारी का भी दबाव बना था।
कोटक सिक्यॉरिटीज के ऐनालिस्ट अनिंद्य बनर्जी ने कहा, ‘स्टॉक मार्केट में आई गिरावट का रुपये पर बड़ा दबाव बना, जबकि ऑइल कंपनियां महीने के अंत में होनेवाली पेमेंट कमिटमेंट के लिए डॉलर की खरीदारी करती दिखीं। लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपये में आई यह गिरावट अस्थाई है क्योंकि नए साल में उसमें बड़ा-उतार चढ़ाव आने के आसार नहीं हैं।’