मंगलवार को ग्राम पंचायत सागरपाली के दर्जनभर से अधिक लोगों ने रोजगार सहायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलक्टर जनर्दशन में शिकायत की। ज्ञात हो कि मजदूरी भुगतान में अनियमितता का मामला सामने आने के बाद गांव वालों ने महीनेभर पहले जनपद सीईओ से शिकायत की थी। फिर जनपद के अधिकारी मामले की जांच करने के लिए गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों का बयान भी लिया। अब 12 दिन बाद भी जनपद के अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक गड़बड़ी करने वालों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। यही नहीं, ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों की चुप्पी सवालों के घेरे में हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक मनरेगा के तहत सागरपाली पंचायत के आश्रित ग्राम बिजराभांठा और बंसुलीडीह में डबरी खनन का कार्य हुआ था। जिसकी मजदूरी अब तक मजदूरों को नहीं मिली है। मंगलवार को गांव के लोग कलक्टर को ज्ञापन सौंपने जनदर्शन में पहुंचे थे। उन्होंने संयुक्त कलक्टर शिवकुमार तिवारी को ज्ञापन सौंपा। संयुक्त कलक्टर ने तुरंत जनपद सीईओ बसना से चर्चा की। उन्होंने जनपद सीईओ से कहा कि जिन लोगों को मजदूरी नहीं मिली है, उन्हें भुगतान किया जाए।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की मजदूरी राशि भी नहीं मिल पाई है। गरीब मजदूरों को आर्थिक परेशानी से जूझना पड़ रहा है। इसकी शिकायत एसडीएम सरायपाली और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बसना को की जा चुकी है। इसका निराकरण अभी तक नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत वे कई बार कर चुके हैं। इस अवसर पर रमेश साहू, संजय कुमार, उत्तर भोई, धर्मेद्र यादव, उदय राम, ठंडा राम, कलप राम, गोपाल चौहान, धनेश्वर, शुक्लाचरण, समय लाल, राम कुमार आदि उपस्थित थे।