मेगा स्टार
अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा चुनाव के लिए यहां अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। विधान भवन के सेंट्रल हाल में करीब साढ़े बारह बजे जया बच्चन पहुंची और तीन सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ कन्नौज से सपा सांसद डिंपल यादव, सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहारा, किरणमय नंदा मौजूद थे। बता दें कि फूलपुर में हो रहे लोकसभा के उप चुनाव में व्यस्त होने के कारण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिलेश यादव इस दौरान मौजूद नहीं थे।
बतादें कि जया बच्चन पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और डिंपल यादव के साथ ही मुलायम सिंह यादव की भी पसंद हैं। वैसे तो जया बच्चन भले ही राज्यसभा में कई सालों से अपनी उपस्थिति दर्शा रही हैं, लेकिन वह राजनीति में सक्रिय नहीं रहती हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने डिंपल यादव के साथ कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया था। अखिलेश और डिंपल के निजी रिश्तों ने उनकी राज्यसभा उम्मीदवारी को पुख्ता किया है।
आखिर जया ही क्यों? यूपी से राज्यसभा की दस सीटें खाली हो रही हैं, जिन पर चुनाव होने वाला है और इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू भी हो गई है। यूपी विधान सभा में सपा के पास ४७ विधायक हैं। एक राज्यसभा सांसद को जीत के लिए ३७ विधायकों के वोट की जरूरत है। ऐसे में सपा एक सीट राज्यसभा की आसानी से जीत सकती है। वहीं भाजपा भी आसानी से आठ सीटों पर जीत सकती है। वहीं दसवीं सीट के लिए विरोधी एकजुट होकर भाजपा को मात देने में लगे हैं तो वहीं भाजपा अपना उम्मीदवार उतार कर विरोधियों के खेमें में सेंधमारी कर बाजी अपनी ओर पलटने की कोशिशों में लगी हुई है।