केद्र की योजना पर साधा निशाना दरअसल अखिलेश यादव ने 15 सितंबर 2018 को अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने एक खबर को शेयर किया था। उस खबर में केंद्र सरकार की मातृत्व योजना पर सवाल खड़े किए गए थे। खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत एक भी रुपया नहीं खर्च किया गया था। खबर में आगे लिखा गया है कि इस योजना के लिए उत्तर प्रदेश में 336 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। वहीं सरकारी आंकड़ों की अगर बात करें तो केंद्र की इस योजना में 184 महिलाओं को पंजीकृत किया गया था।
अखिलेश यादव का ट्वीट बस फिर क्या था, अखिलेश यादव ने इस खबर के सहारे बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। खबर को शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि जिनके गर्भ में देश का भविष्य पल रहा है, उनके लिए बनी योजना का निष्क्रिय पड़े रहना वास्तव में गहरी चिंता का विषय है। ये ‘घोषणाकारी सरकार’ किसी भी काम को अंजाम तक पहुंचाना नहीं चाहती है। दुर्भाग्यपूर्ण।
IAS आलोक कुमार ने दिया जवाब अखिलेश यादव के इस ट्वीट के बाद केंद्र से लेकर प्रदेश की राजनीति और प्राशासनिक अमले में हलचल मच गई। अखिलेश यादव के ट्वीट का जवाब देने के लिए सामने आए 1993 बैच के आईएएस अफसर आलोक कुमार। आलोक कुमार इस समय नीति आयोग में सलाहकार के पद पर तैनात हैं। उन्होंने बाकायदा आंकड़े पेश करते हुए अखिलेश यादव को जवाब दिया और कहा कि 13 सितंबर तक यूपी में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत 8,28,032 महिलाओं का पंजीकरण हुआ है। जिनमें से 5,80,254 महिलाओं को योजना का लाभ भी दिया जा चुका है। इसके अलावा यूपी में इस योजना के तहत अब तक 188.80 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। आईएएस आलोक कुमार ने कहा कि यह खबर तथ्यात्मक रूप से पूरी तरह गलत है। साथ ही उन्होंने साफ किया कि उन्होंने केवल खबर को खारिज करते हुए सही आंकड़े रखे हैं।
अखिलेश यादव के सचिव थे आलोक कुमार आपको बता दें कि अखिलेश यादव सरकार में IAS अधिकारी आलोक कुमार उनके सचिव हुआ करते थे। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद जब उन्हें अपना सचिव बनाया था, तब उनके काम की सार्वजनिक तौर पर भी जमकर तारीफ करते थे। लेकिन कुछ दिनों बाद वह आईएएस आलोक कुमार से किसी बात पर खफा हो गए और उन्हें दिसंबर 2013 में सचिव पद से हटा दिया। अखिलेश यादव के सचिव पद से हटने के बाद आलोक कुमार केंद्र में जाने की जुगत लगाने लगे और फिर प्रतिनियुक्ति पर चले भी गए। वहीं सूत्रों के मुताबिक को जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक यूपी की योगी सरकार आलोक कुमार को प्रतिनियुक्ति से वापस बुलाने का मन बना रही है।