सूत्रों के जानकारी के मुताबिक शहीद जवानों की पत्नी, बच्चे व परिजनों को एक साथ सीएम आवास बुलाया जाएगा । क्षेत्र के विधायक व मंत्री शहीद जवानों के परिजनों को सीएम आवास लेकर आएंगे । सरकार ने शहीद के परिवारों को पूरी मदद करने का आश्वसन दिय। बता दें कि योगी सरकार पहले ही हर शहीद के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घर के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा कर चुकी है।
जानकारी हो कि भारत की शान और मान के लिए अपनी जान न्योछावार करने वाले 44 शहीद जवानों में से 12 उत्तर प्रदेश के सपूत हैं। इनमें दो शामली जिले के जवान हैं। इन जवानों के शहीद होने की सूचना जैसे ही घरों तक पहुंची, गांव में कोहराम मच गया। उत्तर प्रदेश के शहीद जवानों में चंदौली के अवधेश कुमार, प्रयागराज के महेश कुमार, शामली के प्रदीप कुमार प्रजापति व अमित कुमार, वाराणसी के शहीद रमेश यादव, आगरा के कौशल कुमार रावत, उन्नाव के अजीत कुमार, कानपुर देहात के श्याम बाबू, कन्नौज के प्रदीप सिंह यादव, देवरिया के विजय कुमार मौर्य, महराजगंज के पंकज त्रिपाठी व मैनपुरी के राम वकील ने अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी है।