कार्यक्रम संयोजक ओम माहेश्वरी एवं सह संयोजक आनन्द राठी ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के माहेश्वरी भवन कोटा में पहुंचते ही बिरला के जयकारों से पूरा मार्ग गुंजाएमान हो गया।समाज के सह मंत्री घनश्याम मूंदडा ने बताया कि प्रवेश द्वार पर नवोदिता मण्डल द्वारा रोली तिलक से स्वागत किया गया। माहेश्वरी महिला मण्डल ने बिरला का 151 दीपों से महाआरती की और समाज बंधुओं ने 101 किलों फलों से बिरला पर पुष्प वर्षो,स्वागत द्वार पर शहनाई वादन और मिलिट्री बैंड कि धुन पर कार्यक्रम सभागार में लाया गया। बिरला के स्वागत में आगमन मार्ग पर स्वागत गेट व रंगोली से सजावट भी की गई।
समाज अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला,लोकसभाअध्यक्ष ओम बिरला एवं अतिथियों ने दीप प्रज्जोलित किया और महेश वंदना से स्वागत कार्यक्रम आरंभ हुआ। इसके उपरांत महिला मण्डल द्वारा महेश वंदना प्रस्तुत की गई। समाज अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि देश के सर्वोच्चय सदन में समाज के बंधु कोटा के सांसद ओमकृष्ण बिरला के पहुंचने पर पूरा समाज सहित हाड़ौती व राजस्थान अपने आप को गौरांवित महसूस कर रहा है।
स्वागत भाषण के उपरान्त लोकसभा अध्यक्ष का भव्य स्वागत माहेश्वरी समाज द्वारा किया गया। अध्यक्ष राजेश बिरला,नंद किशोर काल्या,घनश्याम मूंदडा और महेश अजमेरा ने उन्हे साफा पहनाया। बिट्ठलदास मूंदडा,राजेश शारदा और प्रमोद भण्डारी ने उन्हे शॉल उठाया। इसके बाद माहेश्वरी समाज कोटा एवं विभिन्न ईकाईयों के अध्यक्ष एवं मंत्री सहित पदाधिकारियों ने 17वीं लोकसभा अध्यक्ष ओमकृष्ण बिरला को 17 मीटर की माला पहनाई। स्वागत की इस बेला में उनकी धर्मपत्नी अमिता बिरला शॉल व बुके देकर रूकमणी मूंदडा,अरूणा मूंदडा और संतोष तोषनीवाल द्वारा भेंट किया गया।
इसके उपरान्त कार्यक्रम संयोजक ओम माहेश्वरी एवं आन्नद राठी ने ओम बिरला के जीवन परिचय को पठा और छात्र राजनीति से लोकसभा अध्यक्ष के सफर तक का सम्मान पत्र वाचन किया गया। मंत्री प्रमोद भण्डारी,नन्दकिशोर काल्या, रामचरण धूत,के जी जाखेटिया,किशनदास मोहता,राजेन्द्र शारदा ने लोकसभा अध्यक्ष को मोमेन्टो भेंट किया। माहेश्वरी महिला संगठन ने अमिता बिरला को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने उद्बोधन में कहा कि माहेश्वरी समाज की उत्पति महेश भगवान अर्थात देवो के देव महादेव से हुई है। जिस प्रकार महादेव हर संकट के समय उपस्थित होकर उसे समाप्त करते है। ऐसा ही चरित्र माहेश्वरी समाज का है। आज देश के उपर प्राकृतिक आपदा आई है। बाढ़ से कई घर,खेत और देश के नागरिकों का जन—जीवन अस्त व्यस्त है ऐसे में समाज की मदद एक अनुकरणीय पहल है। देश में राजतंत्र के समय और अब प्रजातंत्र तक भामाशाह का समाज के प्रति कर्तव्य राह है और वह इसे निभाते आये है।
बाढ़ राहत पीढ़ीतो के लिए सौपा चैक—
अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने बताया कि बाढ पीडितों के लिए समाज भामाशाह नारायण स्वरूप कालानी,बजरंग कुमार साबू,ओम माहेश्वरी केरियर पॉईन्ट,माहेश्वरी समाज कोटा,श्री माहेश्वरी सेवा संस्थान नया कोटा,श्री माहेश्वरी शहर पंचायत और श्री माहेश्वरी प्रगति मण्डल दादाबाडी के सहयोग से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में 11 लाख 51 हजार रूपये की राशि का चैक लोकसभा अध्यक्ष को सौपा गया।
स्वागत एवं सम्मान समारोह में सभा नम्बर 108 के अध्यक्ष कृष्ण बिरला,लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, माहेश्वरी समाज अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला,मंत्री बिट्ठल मूंदडा एवं कोटा जिला सहकारी हॉलसेल उपभोक्ता भण्डार लि. के अध्यक्ष श्री हरिकृष्ण बिरला,अमित बिरला,ओम महोश्वरी,नारायण स्वरूप कालानी,बालकिशन बांगड़,आन्नद राठी,महेशचन्द अजमेरा,प्रमोद कुमार भण्डारी,रामचरण धूत मंचासीन रहे।
‘‘आया तीज का त्यौहार, लाया सिंजारे की बहार’’ कजली तीज के पूर्व संध्या पर श्री माहेश्वरी सेवा संस्थान नया कोटा द्वारा सिंजारा एवं तीज प्रतियोगिताओं का आयोजन श्री माहेश्वरी भवन, झालावाड़ रोड़, कोटा पर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने समाज को उद्बोधित करते हुए कहा कि तीज राजस्थान का एक प्रमुख त्यौहार है इस अवसर पर नव वधु हेतु सिंजारा लेकर जाने की परम्परा है।
इस अवसर पर श्री माहेश्वरी सेवा संस्थान नया कोटा के अध्यक्ष महेशचन्द अजमेरा एवं मंत्री प्रमोद कुमार भण्डारी ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान समाज की महिलाओं द्वारा कहानी सुनाओ, तीज माता सजाओ, सत्तु की पिंड़ि सजाओ, तीज क्वीन प्रतियोगिता सहित कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। सेवा संस्थान के मंत्री प्रमोद कुमार भण्डारी ने बताया कि कार्यक्रम में सभा नं. 108 के अध्यक्ष श्रीकृष्ण बिरला,श्री माहेश्वरी समाज, कोटा के अध्यक्ष राजेशकृष्ण बिरला, मंत्री बिट्ठलदास मूंदड़ा, कोटा जिला सहकारी होलसेल उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला, अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की महामंत्री आशा बद्रीविशाल माहेश्वरी,अमिता बिरला, नारायणस्वरूप कालानी, राम मंत्री, सुरेशचन्द्र काबरा, कृष्णगोपाल जाखेटिया व समाज के अन्य गणमान्य सदस्यों ने अपनी सहभागिता प्रदान की।