ममता से मिलने 16 को कोलकाता आएंगे चंद्रबाबु नायडू-
कोलकाताPublished: Nov 14, 2018 06:14:11 pm
भाजपा विरोधी फेडरल फ्रंट बनाने पर करेंगे बातचीत
ममता से मिलने 16 को कोलकाता आएंगे चंद्रबाबु नायडू-
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के प्रस्तावित फेडरल फ्रंट से तेलांगना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) प्रमुख और तेलांगना के पहले मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के बाहर होने के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबु नायडू इस मोर्चें में शामिल हो गए हैं। इस क्रम वे ममता बनर्जी से मिलने के लिए 16 नवंबर को कोलकाता आ रहे हैं। भाजपा के खिलाफ लाम बंद हुए सभी विपक्षी दलों की 22 नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक से पहले तेलगु देशम पार्टी (डीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबु नायडू ममता बनर्जी से मिलने के लिए कोलकाता आ रहे हैं।
कोलकाता
केन्द्र में भाजपा के विकल्प तैयार करने के लिए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के प्रस्तावित फेडरल फ्रंट से तेलांगना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) प्रमुख और तेलांगना के पहले मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के बाहर होने के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबु नायडू इस मोर्चें में शामिल हो गए हैं। इस क्रम वे ममता बनर्जी से मिलने के लिए 16 नवंबर को कोलकाता आ रहे हैं। भाजपा के खिलाफ लाम बंद हुए सभी विपक्षी दलों की 22 नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक से पहले तेलगु देशम पार्टी (डीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबु नायडू ममता बनर्जी से मिलने के लिए कोलकाता आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि मुलाकात के दौरान वे ममता बनर्जी से फेडरल फ्रंट के गठन के बारे में बातचीत करेंगे। इसके अलावा वे दिल्ली में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए ममता बनर्जी को आमंत्रण भी देंगे। इससे पहले भाजपा का साथ छोडऩे वाले चन्द्रबाबु तामिलनाडू की डीएमके नेता स्टालीन और कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्यूलर) नेता एचडी कुमार स्वामी से मुलाकात की है और दोनों नेताओं से भाजपा के विरोध में महागठबंधन बनाने का प्रस्ताव दिया। मुलाकात के दौरान नायडू ने नरेन्द्र मोदी को केन्द्र की सत्ता से बाहर करने के लिए कुमार स्वामी से 1996 की तरह फेडरल फ्रंड बनाने को कहा। उन्होंने बताया कि शनिवार को दिल्ली में सभी विपक्षी दलों की बैठक होने जा रही है। सबसे पहले टीआरएस प्रमुख चंद्रशेखर राव ने भाजपा के खिलाफ ममता बनर्जी की ओर से प्रस्तावित फेडरल फ्रंट के गठन करने के लिए पहल किया और उन्होंने उक्त फ्रंट से कांग्रेस को भी बाहर करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन कुछ दिन बाद वे विपक्षी दलों का साथ छोड़ दिया। विपक्षा आरोप लगाते रहे है कि चंद्रशेखर राव भाजपा के खेमें में चले गए। इसके उटल चंद्रबाबु नायडू भाजपा के साथ थे।