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किशनगढ़

रात-दिन जुटें हैं ताकि मार्बल खदानों में नहीं हो हादसे

साफ-सफाई और लूज क्षेत्र को हटाने का कार्य जारीसुरक्षा उपायों के चलते जारी हैं प्रयास, खनिज विभाग ने जारी कर रखे हैं निर्देश

किशनगढ़Jun 16, 2019 / 03:08 am

dinesh sharma

work in progress in cleanling and deletion of damaged area

रात-दिन जुटें हैं ताकि मार्बल खदानों में नहीं हो हादसे

सावर (अजमेर). सावर सहित क्षेत्र में चल रही मार्बल खदानों में सुरक्षा उपायों को लेकर गर्मी के दिनों में साफ-सफाई व लूज यानी क्षतिग्रस्त खान क्षेत्र को हटाने का कार्य किया जा रहा है, ताकि बरसात के दिनों में खनन करते समय कोई हादसा नहीं हो। उधर खनिज विभाग ने भी मार्बल खदान मालिकों को सुरक्षा इंतजामों को लेकर उक्त कार्य करने के निर्देश जारी कर रखे हैं।
सावर में संचालित मार्बल खदान मालिकों ने बताया कि हर वर्ष ग्रीष्म ऋतु में मार्बल खदानों में प्रोडक्शन कम होने के चलते खानों में साफ-सफाई कराने के साथ खान के क्षतिग्रस्त हिस्से को हटाने का कार्य किया जाता है। इससे बरसात के दिनों और खनन कार्य करते समय खान में गंभीर हादसों से बचा जा सकता है।
इसी के चलते इन दिनों खानों में सुरक्षा उपायों को लेकर साफ-सफाई का कार्य सहित खान के लूज क्षतिग्रस्त हिस्से को गिराने का कार्य जारी है। उधर मार्बल खदानों में खान मालिकों की और से क्षतिग्रस्त खान क्षेत्र के हिस्से को हटाने का कार्य किया जा रहा हैं। उक्त क्षतिग्रस्त हिस्से को हटाने के दौरान खान का लूज क्षेत्र का मलबा अपने आप खान में गिरने की सूचना मिली थी। इस पर खनिज विभाग ने मामले की जांच कराई।
इसमें सुरक्षा उपायों को लेकर खान मालिक की ओर से खान के क्षतिग्रस्त हिस्से को स्वयं गिराया जाना सामने आया। वहीं खानों में साफ-सफाई व क्षतिग्रस्त हिस्से को हटाने के दौरान खानों में खनन कार्य बन्द रहता है। खनन कार्य बंद के दौरान खान में कार्य करने वाले श्रमिक खान के बाहर रहते हैं और खनन कार्य में काम आने वाली मशीनरी को एक साइड में कर दिया जाता है, ताकि कोई हादसा या नुकसान नहीं हो।

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