scriptसीइओ कटनी और अपर कलेक्टर का भोपाल ट्रांसफर, यहां आने वाले नाम सूची में नहीं | Bhopal transfer of CEO and adm, not in the list of name coming here | Patrika News
कटनी

सीइओ कटनी और अपर कलेक्टर का भोपाल ट्रांसफर, यहां आने वाले नाम सूची में नहीं

दोनों ही अधिकारियों ने चार दिन पहले से ही स्वीकृत करा लिया था तीन माह का अवकाश.
लोकसभा चुनाव के बाद ही होने लगी थी चर्चा कि सीइओ जिला पंचायत और अपर कलेक्टर का होगा ट्रांसफर.
लोकसभा चुनाव के पहले ज्वाइन करने वाले कलेक्टर डॉ. पंकज जैन को भी चुनाव बाद वापस भेजा भोपाल.

कटनीJun 25, 2019 / 11:46 am

raghavendra chaturvedi

Piles of applications looking for transfer

Piles of applications looking for transfer

कटनी. राज्य सरकार द्वारा 24 जून की शाम जारी ट्रांसफर सूची में 35 अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया। इसमें आइएएस और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शामिल हैं। इस ट्रांसफर सूची में कटनी जिले में पदस्थ सीइओ जिला पंचायत फे्रंक नोबेल ए और अपर कलेक्टर आर उमामाहेश्वरी का स्थानांतरण भोपाल किया गया है। इसमें फे्रंक नोबेल ए को प्रबंध संचालक स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क (स्वान) एवं उप सचिव मध्यप्रदेश शासन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विज्ञान का प्रभार सौंपा गया है। वहीं कटनी में अपर कलेक्टर रहीं आर उमामहेश्वरी को उप सचिव का प्रभार सौंपा गया है।
video: बाहुबली विधायक, बिजली गुल होते ही संभाला मोर्चा

पहले गांव में कर ली खरीदी, एक माह बाद गोदाम में खोला केंद्र


खासबात यह है कि दोनों ही अधिकारी पहले से अवकाश पर थे। अवकाश समाप्ति के बाद सोमवार 24 जून को ऑफिस ज्वाइन करना था, लेकिन इससे पहले ही तीन माह के अवकाश पर चले गए। अपर कलेक्टर आर उमामहेश्वरी के तीन माह अवकाश पर जाने के बाद कटनी में कलेक्टर एसबी सिंह ने अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन भी किया है। इसमें संयुक्त कलेक्टर सपना त्रिपाठी को दायित्व सौंपने के साथ ही एसडीएम कटनी बलबीर रमन, बहोरीबंद धीरेंद्र सिंह, विजयराघवगढ़ प्रिया चंद्रावत और ढीमरखेड़ा देवकीनंदन सिंह के मध्य कार्य विभाजन किया।
जिला मुख्यालय में नौ माह से संचालित हो रही दो तहसील, भवन अलग न व्यवस्था


कटनी में लगातार बड़े अधिकारियों का ट्रांसफर हो रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले यहां भेजे गए कलेक्टर डॉ. पंंकज जैन का ट्रांसफर चुनाव बाद ही वापस भोपाल कर दिया गया। इससे पहले विधानसभा चुनाव के बाद यहां भेजे गए कलेक्टर केवीएस चौधरी का भी ट्रंासफर लगभग दस माह बाद ही सिंगरौली के लिए कर दिया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो