मनोहर लाल ने कहा कि उनकी सरकार ने विकास कार्य करवाने के साथ-साथ पिछले चार साल के दौरान उस सिस्टम को भी बदला है जिससे न केवल प्रदेश में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा था बल्कि पूर्व सरकारों ने अपनी सुविधा के लिए इस पनपने दिया। मनोहर लाल ने सीधे तौर पर सीएलयू प्रक्रिया में सीएमओ के हस्तक्षेप को खत्म करने के फैसले को अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया। वहीं प्रदेश में बिगड़े हुए लिंगानुपात के लिए भी पूर्व की सरकारों को सीधे तौर पर दोषी ठहराया।
गुरूवार को प्रेस कांफ्रैंस के दौरान मुख्यमंत्री ने खुलेआम कहा कि पूर्व सरकारों ने अपनी सुविधा के लिए हरियाणा को जाति व क्षेत्रवाद के आधार पर कई हिस्सों में बांटने के अलावा कुछ नहीं किया। इसके उलट वर्तमान सरकार ने पिछले चार साल के दौरान हरियाणा एक, हरियाणवी एक को आधार बनाकर समूचे हरियाणा का एक समान विकास किया है।
भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ लेकिन कमी आई है
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए एक पत्रिका द्वारा चार साल पहले और अब करवाए गए सर्वे के आधार पर स्वीकार किया कि चार साल पहले जब भाजपा की सरकार सत्ता में आई थी तो प्रदेश में 51 प्रतिशत भ्रष्टाचार होने का दावा किया गया था लेकिन चार वर्षों के दौरान इसमें 32 प्रतिशत की कमी आई है। 18 प्रतिशत भ्रष्टाचार के मामले अभी भी सामने आते हैं रहते हैं। बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार समाप्त हो चुका है जबकि निचले स्तर पर आपसी मिलीभुगत के साथ यह सब चल रहा है। जिसे समाप्त करने के लिए आने वाले दिनों में और सख्ती की जाएगी।
पारदर्शिता के लिए पहचानी जाएगी सरकार
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा अपनी सरकार की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड पेश करने के बाद मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वर्तमान सरकार को प्रदेश की जनता द्वारा भ्रष्टाचार विहीन सरकार, विकास कार्यों व नौकरियों में पारदर्शिता और विभागों में ऑन लाइन ट्रांसफर पॉलिसी लागू करने के लिए याद करेगी।