आगार कार्यालय के बाहर रोडवेजकर्मियों के धरना स्थान पर दोपहर में संयुक्त मोर्चा से सम्बद्ध एटक, इंटक , सीटू, कल्याण समिति को कर्मचारियों व आरएसआरटीसी रिटायरमेंट एम्प्लाइज एसोसिएशन के सदस्यों की एटक अध्यक्ष धारासिंह गुर्जर की अध्यक्षता में सभा हुई। सभा में एसोसिएशन के संरक्षक व हिण्डौन आगार के सेवानिवृत मुख्य प्रबंधक गिर्राज शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार की मंशा रोडवेज की बंद करने की रही है। भाजपा सरकार के दो कार्यकालों में रोडवेज की हालत पतली रही है। न तो नई बसें खरीदी गई और न ही सेवानिवृत हुए कर्मचारियों केरिक्त हुए स्थानों पर भर्ती की गई हैं। शर्मा ने हड़ताली रोडवेजकर्मियों से सरकार की अनदेखी से हताश न हो कर आंदोलन को तेज करने की बात कही। इस दौरान एसोसिएशन सचिव पूरणचंद शर्मा, रतन लाल सिंघल, सुखसिंह, बदन सिंह , बाबू खां, केदार धाकड़ सहित अनेक रोडवेज कॢमयों ने विचार व्यक्त किए।
महज दो दिन चली लोकल बसें
चक्काजाम हड़ताल के बीच बीएमएस सम्बद्ध रोडवेज कर्मियों ने शनिवार व रविवार को लोकल मार्गांे पर बसों का संचालन किया। इस दौरान करौली, महवा व कैलादेवी के यात्रियों को बसें उपलब्ध रहीं।
बस स्टैण्डपर बना टैक्सी स्टैण्ड-
रोडवेजकर्मियों की चक्काजाम हड़ताल से सूने पड़े बस स्टैण्ड पर आवारा पशुओं को जमावड़ा रहने लगा है। वहीं खाली पड़ बस स्टैण्ड परिसर में लोगों कार-जीप आदि खड़ी करना शुरु कर दिया है।
नहीं चली एक भी बस-
हडताल से बाहर चल रहे रोडवेजकर्मियों के नहीं आने से एक भी बस का संचालन नहीं हुआ। इससे पहले दो दिन लोकल मार्ग पर बसों का संचालन हुआ था।
-बहादुरसिंह गुर्जर, मुख्य प्रबंधक राजस्थान रोडवेज हिण्डौन आगार