पति की मौत के बाद खाया जहर
जेके कैंसर अस्पताल के पीछे कच्ची बस्ती निवासी शिक्षिका मोनिका देवी अपने पति संतोष के साथ रहती थी। मोनिका कन्नॉज जिले के एक प्राथमिक स्कूल में टीचर थीं। उन्होंने दो साल पहले पड़ोसी के बस चालक संतोष के साथ प्रेम-विवाह किया था। शादी के पांच माह के बाद संतोष का कैंसर हो गया। मोनिका ने घर और जेवरात पति को बचाने में लगा दी, लेकिन वो संतोष को नहीं मचा सकी। पति की मौत के बाद मेनका टूट चुकी थीं और कानपुर के बजाए कन्नौज में जाकर रहने लगी। वो सोमवार को वहां से कानपुर लौंटी और देररात घर से बाहर जाकर जहर खाकर जान दे दी। रेलवे पटरी के किनारे शव पड़े होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव के पास एक सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें उन्होंने सुसाइड की वजह बताई।
नहीं छोड़ा सुसाइड वोट
पुलिस ने मोनिका की हथेली में दबा सुसाइड नोट निकाला। जिसमें उसने मौत की वजह को खुद को जिम्मेदार बताया है। सुसाइड नोट मेकं लिखा है कि 28 साल तक की जिंदगी कठिनाईयों भरी गुजरीं। दो साल पहले संतोष के आने के बाद कुछ खुशी मिली, लेकिन भगवान ने उसे भी मुझसे छीन लिया और इसी के चलते अब इस संसर में नहीं रहना चाहती और जान देनें जा रही हूं। इंस्पेक्टर वीर सिंह ने बताया कि फोरेंसिक टीम बुलाकर जांच कराई गई है। सुसाइड नोट से प्रतीत हो रहा है कि महिला पति की मौत के बाद से तनाव में थी, तभी यह कदम उठाया।