करीब पांच माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में जिले का मतदान प्रतिशत 80.72 फीसदी रहा था। जिसमें सबसे अधिक 84.12 प्रतिशत मनोहरथाना विधानसभा में वोट पड़े थे, जबकि लोकसभा चुनाव में 70.5 प्रतिशत मतदान ही हुआ। विधानसभा क्षेत्र डग में 80.11 फीसदी रहा था, जबकि अभी 70.50 फीसदी, झालरापाटन में 77.67 फीसदी, लोकसभा चुनाव में 65.98 फीसदी, खानपुर में 81.39 फीसदी जबकि लोकसभा में 68.00 फीसदी मतदान हुआ।
इसी प्रकार संसदीय क्षेत्र की किशनगंज विधानसभा में 81.59 फीसदी, लोकसभा में69.20, फीसदी। अंता में 8035 फीसदी लोकसभा में 65 फीसदी, बारां-अटरू में 77.41 फीसदी तथा लोकसभा में 69.12 फीसदी छबड़ा में 80.53 फीसदी तथा लोकसभा में 68.05 फीसदी मतदान हुआ।
संसदीय क्षेत्र की सभी विधानसभाओं में 13 से लेकर 16 फीसदी तक कम मतदान हुआ। इस सीट से राजस्थान की पूर्व पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे और मौजूदा सांसद दुष्यंत सिंह फिर से चुनावी मैदान में हैं। दुष्यंत सिंह का मुकाबला गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके कांग्रेस नेता प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला से है।
शादी-ब्याह आए आढ़े –
इन दिनों जिलेभर में चल रहे शादी-ब्याह के कारण मतदान प्रतिशत गड़बड़ा गया। अधिकतर लोग शादी-ब्याह में व्यस्तता के कारण पोलिंग बूथ तक नहीं पहुंचे। कुछ जगहों पर अभी फसले तैयार करने का भी सीजन चल रहा। ऐसे में दो दिन से बारिश ने लोकतंत्र के उत्सव में खलल डाला है। लोग खेतों में फैल प्याज की फसल को संभालने में जुटे रहे। इसलिए भी मतदान बूथ तक किसान कम पहुंचे हैं।
कुछ बूथों पर ही देखी गई कतारें-
झालावाड़ शहर सहित अन्य विधानसभाओं में कुछ बूथ ही ऐसे थे, जहां मतदाताओं को वोट देने के लिए कतार में खड़ा होना पड़ा, बाकी ज्यादातर स्थानों पर एक समय चार-पांच मतदाता ही दिखाई दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह फीका दिखा। कुछ स्थानों पर सुबह के समय मतदाताओं की कतार देखी गई। जिला प्रशासन की ओर से बनाए गए आदर्श मतदान केन्द्रों, ग्रीन बूथों, महिला, दिव्यांग एवं यूथ प्रबन्धित केन्द्रों पर मतदाता सज-धज कर मतदान करने पहुंचे।
वॉलन्टियर्स का कार्य रहा सराहनीय-
जिलेभर के विभिन्न मतदान बूथों पर दिव्यांगों एवं वृद्धजनों को सुगमता पूर्वक मतदान करवाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं के तहत बूथों पर मौजूद स्काउट गाइड, वॉलन्टियर्स ने पूर्ण तन्मयता के साथ सराहनीय कार्य करते हुए वृद्ध एवं दिव्यांग मतदाताओं को व्हीलचेयर पर ले जाकर मतदान प्रक्रिया में सहयोग किया।
दुल्हा-दुल्हान भी करने पहुंचे मतदान-
लोकतंत्र के महापर्व में वृद्ध महिलाओंए दिव्यांगोंए युवाओं के साथ ही दूल्हा-दुल्हन भी मतदान करने पहुंचे। बुजुर्गों व दिव्यांग मतदाताओं के परिजनों ने बताया कि निर्वाचन विभाग ने होम वोटिंग की सुविधा दी, लेकिन पहले मतदान नहीं करा सके, इसलिए आज मतदान करवाने के लिए आए। लाख परेशानियों के बीच विभिन्न बूथों पर दिव्यांग मतदाता अपनी परेशानियों को पीछे छोड़ लोकतंत्र के महापर्व में सहभागिता निभाते नजर आए। दिव्यांग मतदाता अपने परिजनों के साथ पहुंचे व वोट डालकर लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया।
पौते के साथ राजे ने हाउसिंग बोर्ड में डाला वोट-
जिलेभर में विभिन्न ग्रीन, यूथ, दिव्यांग प्रबंधित बूथों पर पहुंचे वृद्धजनों, फर्स्ट वोटर, दिव्यांगजन एवं महिला मतदाताओं ने मतदान किया और मतदान केन्द्र पर बनाए गए सेल्फी पॉइन्ट पर अमिट स्याही का निशान दिखाते हुए सेल्फी भी खिंचवाई। पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अपने पौते विनायक प्रतापसिंह के साथ हाउसिंग बोर्ड बूथ पर जाकर सुबह मतदान किया। राजे ने कहा कि झालावाड़-बारां की जनता ने जो प्यार दिया उससे दुष्यंत सिंह फिर से इतिहास रचेंगे। झालावाड़ में इतने सालों का प्यार है,जनता का बहुत अच्छा रुझान है। मोदी तीसरी बार फिर से पीएम बनेंगे।