इधर ग्राम सिवनी नैला निवासी मनबोध बरेठ का बड़ा भाई छतराम बरेठ 45 वर्ष भी 17 अक्टूबर के दिन ही अचानक गायब हो गया और घर नहीं लौटा। परिजन उसकी तलाश में लगे हुए थे। कहीं पता नहीं चलने पर 20 अक्टूबर को मनबोध अपने भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने नैला चौकी पहुंचा, जहां अपने भाई के लापता होने की जानकारी दी। ऐसे में पुलिस ने सरखों शराब दुकान के पास मिले अज्ञात व्यक्ति की लाश मिलने की बात बताई और मृतक के पास मिली साइकिल, उसके कपड़े और फोटोग्राफ्स दिखाया। जिस पर मनबोध ने कपड़े और साइकिल के आधार पर उसकी शिनाख्त अपने बड़े भाई छतराम के रूप में की।
इसके बाद कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में नायब तहसीलदार, पटवारी समेत परिजन की उपस्थिति में कब्र खोदकर लाश को निकलवाया गया। जिस पर लाश छतराम बरेठ की ही निकली। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद लाश परिजनों को सौंप दी गई जिसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार कराया।