जम्मू में फैलाना चाहते थे आतंक की जड़ें
पुलिस महानिरीक्षक आईजीपी जम्मू मुकेश सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कश्मीर की तर्ज पर आतंकियों का यह गिरोह जम्मू को सुलगाने और किश्तवाड़ डोडा में आतंकवाद को फिर से शुरू करने की फिराक में था।
यह आतंकी धरे गए…
आइजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि पकड़े गए आतंकियों की पहचान निसार अहमद शेख, निशाद अहमद और आजाद के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है। जल्द ही किश्तवाड़ में पनप रहे आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा।
यूं चला इनका पता…
बताया जा रहा है कि इसी साल जुलाई में ठाठरी (डोडा) के निकट फागसू जंगल में एक अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने पांच लाख के इनामी लश्कर आतंकी जमालदीन गुज्जर उर्फ अबु बकर को गिरफ्तार किया था। जमालदीन सितंबर 2017 को आतंकी बना था और किश्तवाड़ में सक्रिय सात मोस्ट वांटेड आतंकियों में एक था। सूत्रों का कहना है कि वह परिहार बंधुओं और आरएसएस नेता चंद्रमोहन शर्मा की हत्या में भी शामिल था। उसी से पूछताछ के दौरान इन आतंकवादियों की पहचान की गई।
बीजेपी नेता की हत्या के बाद से थे निशाने पर…
आईजीपी जम्मू मुकेश सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव 52 वर्षीय अनिल परिहार और उनके भाई 55 वर्षीय अजीत परिहार गत वर्ष एक नवंबर को संदिग्ध आतंकवादियों ने उस समय हत्या कर दी थी जब वे रात करीब आठ बजकर 40 मिनट पर परिहार मोहल्ले में अपने घर की ओर पैदल जा रहे थे। पुलिस व सुरक्षाबलों ने उसी के बाद से आतंकवादियों के खिलाफ अपनी मुहित तेज कर दी थी।
इनकी तलाश अभी भी जारी…
पुलिस के द्धारा शहर और आसपास के इलाकों में सक्रिय आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी है। मिशन किश्तवाड़ के तहत सुरक्षाबलों ने 50 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, लेकिन आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को दबोचने के लिए शहर के चार किलोमीटर दायरे में ड्रोन की भी मदद ली है। 36 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए हैं, लेकिन आतंकी ओसामा बिन जावेद, हारून वानी, नावेद शाह व जाहिद हुसैन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है। हालांकि कुछ दिनों से सूचना मिल रही है कि आतंकी सुरक्षाबलों के रडार पर हैं और जल्दी ही दबोचे जाएंगे, लेकिन 11 दिन बीत जाने के बाद भी सुरक्षाबलों के हाथ खाली हैं। इस समय किश्तवाड़ के अंदर सिर्फ अफवाहों का ही बाजार गरम है।
कई आतंकी अंडर ग्राउंड
बताया जा रहा है कि आतंकी भूमिगत हो गए हैं और फिर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। उल्लेखनीय है कि गत 11 महीनों में इन आतंकियों ने सरेआम चार बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर एके-47 राइफल, पिस्टल और इंसास राइफल लूटी हैं। ऐसे में लग रहा है कि आतंकी अपने पास हथियार और गोलाबारूद इकट्ठा कर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं।