इस समय पुराने गानों को रैप म्यूजिक के साथ जोड़कर पेश करने का चलन बढ गया है। ‘चिरमी फ्यूजन’, ‘और रंग दे रे’, ‘काळयो’, ‘देस पधारो सा’ जैसे गानों को इन दिनों यूट्यूब पर पसंद किया जा रहा है, इनमें 80 प्रतिशत म्यूजिक पुराना फील देता है, लेकिन वीेडियो एवं वॉयस मॉड्यूल गानों को डिफरेंट बना रहा है।
यूट्यूब पर सराहना
म्यूजिक डायरेक्टर-सिंगर रैपरिया बालम ने बताया कि हरियाला बन्ना, म्हारो राजस्थान, देस पधारो सा, चिरमी फ्यूजन जैसे सॉन्ग्स को यूट्यूब पर सराहना मिली है। ‘और रंग दे’ में अंग्रेजी रैप के साथ पुराने गाने के लिरिक्स को नए अंदाज प्रजेंट किया है।
नाइजीरियन रैपर का ‘चिरमी फ्यूजन’
राजस्थानी म्यूजिक के साथ इंटरनेशनल अंदाज ‘चिरमी फ्यूजन’ में सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। इस गाने में नाइजीरियन रैपर ने अंग्रेजी वड्र्स के जरिए अपना क्रिएटिव आउटपुट दिया है और वीडियो में सिंगर उस अंदाज को बयां करता भी दिखता है। इस गाने को यूट्यूब पर काफी पसंद किया जा रहा है और बॉलीवुड में भी कई म्यूजिक डायरेक्टर्स ने इसकी सराहना भी की है।
राजस्थानी म्यूजिक से जुड़े
हनुमान शर्मा ने बताया कि यह बदलाव का दौर है और यंगस्टर्स को राजस्थानी म्यूजिक से जोडऩे के लिए इस तरह के एक्सपेरिमेंट सही हैं और सफल भी हो रहे हैं। एेसे बहुत से गाने हैं, जिनको कई सालों बाद क्रिएट किया गया है। कुछ गाने तो बॉलीवुड में भी यूज हो रहे हैं।