पायलट ने कहा कि गुर्जर सहित पांच जातियों को आरक्षण देने के मुद्दे पर सरकार संवेदनशील है। हिंसा या लाठीचार्ज से नहीं बल्कि संवाद कर इस मुद्दे का हल करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि झूठे वादों का सिलसिला पूर्व मुख्यमंत्री ने शुरू किया और जातियों-समाजों को बरगलाया गया। उन्होंने कहा कि इनकी सरकार में 72 लोगों को गोलियों से मारा गया, उसका इनके पास जवाब नहीं है।
उन्होंने कहा कि गत सरकार द्वारा विधानसभा में गुर्जर सहित पांच जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग में आरक्षण देने के लिए विधेयक पारित किया था, लेकिन लचर पैरवी कर मामले को उलझाया गया। हम इसको अब सुलझाएंगे। इससे पहले राठौड़ ने कहा कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने आरक्षण नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दे रखी है। साथ ही पहले का अनुभव रहा है कि गुर्जर आंदोलन से जनजीवन पर असर पड़ता रहा है।