नाटक से बताया कि 2 लोग आपस में दोस्त राजू की बात कर रहे थे। दूसरे व्यक्ति ने कहा, राजू के साथ कोई व्यक्ति था, जो उसे टॉफी के बहाने कहीं ले जा रहा है। तभी पहले ने कहा कि टीवी में देखा था ऐसे अजनबी टॉफी के बहाने बच्चों को ले जाते हैं, कहीं राजू का भी तो किडनैप नहीं हो रहा? फिर अफवाह फैल गई कि राजू किडनैप हो गया है। भीड़ ने राजू के साथ आए व्यक्ति को घेर लिया और पीटने लगे। बाद में पता चला कि वह राजू का चाचा है।
दूसरे नुक्कड़ नाटक मूर्ख बनाए जा रहे हैं में भी कलाकारों ने लोगों को फेक न्यूज से बचने का संदेश दिया। कलाकारों ने उदाहरण के जरिए बताया कि नोटबंदी हुई तो सोशल मीडिया पर आया कि 2000 के नोट में चिप लगी होगी। लेकिन नोट में चिप नहीं थी। विज्ञापनों से भी झूठे प्रचार-प्रसार हो रहे हैं। नुक्कड़ नाटक देखने के बाद लोगो ने सोच-समझकर मतदान करने और फेक न्यूज से दूर रहने का संकल्प लिया।