इसलिए महसूस हो रही जरुरत
दरअसल, ड्रोन से डिलिवरी करने की इच्छा रखने वाली कंपनियों को कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले छोटे ड्रोन के लिए एक मजबूत एयर-ट्रैफिक सिस्टम की जरुरत है। ताकि वे एक-दूसरे से बिना टकराए आकाश मार्ग से डिलिवरी कर सकें। ऐसे नियंत्रित एयर-ट्रैफिक के बिना अमेजन डॉट कॉम जैसी कंपनियों के लिए अपने रोबोटिक डिलिवरी उपकरण का बिजनेस मॉडल संभव नहीं होगा।
विंग के ड्रोन एयर ट्रैफिक के प्रमुख रिनाल्डो नेग्रोन ने कहा कि इस क्षेत्र के महत्त्व को समझते हुए अन्य कंपनियां भी सक्रिय हो रही हैं। हाल ही ऑस्ट्रेलिया के नागरिक उड्डयन सुरक्षा प्राधिकरण ने एक कंप्यूटर प्लेटफॉर्म बनाया है जो विंग के ओपन स्काई ऐप की ही तरह कई ड्रोन डिलिवरी कंपनियों को एयर-ट्रैफिक की बेहतर सेवा देगा। हालांकि अमरीका ने अपनी ड्रोन एयर-ट्रैफिक योजनाओं को अभी अंतिम रूप नहीं दिया है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि वे भी ऐसी ही प्रणाली लाने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि ड्रोन के लिए एयर-ट्रैफिक सरकार की बजाय ड्रोन ट्रैकिंग और प्रबंधन निजी कंपनियों द्वारा किया जाएगा।
विंग कंपनी ने तीन महाद्वीपों में ओन स्काई ऐप का उपयोग करके 80 हजार से ज्यादा ड्रोन उड़ानों का परीक्षण किया है। ऑस्ट्रेलिया मकें यह ड्रोन ऑपरेटर्स के लिए ऐपल और एन्ड्राएड सटोर पर उपलब्ध है। इस ऐप का एक पर्सनल कम्प्यूटर या पीसी संस्करण भी है। शुरुआत में ऐप सभी के लिए नि:शुल्क होगा। ऐप सिस्टम उपयोगकर्ताओं को ड्रोन की उड़ान के लिए एरियल रूट बनाने में मदद करता है। वहीं ऑस्ट्रेलियाई ऐप ड्रोन पायलटों को बताता है कि किन क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाना गैर-कानूनी है या कौन-सा क्षेत्र नॉन-फ्लाइंग ज़ोन है।
जैसे-जैसे डिलिवरी ड्रोन ज्यादा उन्नत ट्रैकिंग उपकरणों से लैस होते जाएंगे ओपन स्काई जैसे ऐप कम ऊंचाई पर उडऩे वाले ड्रोन के लिए एक एयर-ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली का आधार बन जाएंगे। इनके जरिए कंप्यूटर से ही ड्रोन को हवा में स्वचालित रूप से नियंत्रित किया जा सकेगा। इससे ड्रोन दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
वहीं अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा भी इस बात की रूपरेखा तैयार कर रहा है कि ड्रोन ट्रैफिक की निगरानी कैसे की जाए? वह अमरीकी उड्डयन प्राधिकरण के नियमों के अंतर्गत काम कर रहा है ताकि ड्रोन की पहचान करने के लिए उन्हें रेडियो बीकन भेजे जा सकें। अप्रैल में विंग ड्रोन एयरलाइन के रूप में सरकार की मंजूरी प्राप्त करने वाली पहली अमरीकी ड्रोन कंपनी थी।