एसीबी के सामने चौकानें वाला खुलासा हुआ है। कलक्टर व पटवारी घूस लेने के लिए व्हाट्स अप कॉल का इस्तेमाल करते थे। कितनी घूस लेनी है, कैसे लेनी है। यह सब बात कलक्टर व्हाट्सअप कॉल से ही करते थे। ताकी कभी पकड़े नहीं जा सके। कॉल हिस्ट्री से भी बचा जा सके। लेकिन एसीबी को मालूम चल गया था कि व्हाट्स अप कॉल से यह सारा खेल खेला जा रहा है। इसलिए एसीबी कॉल रिकॉर्डिंग कर रही थी। अब कलक्टर व पटवारी फंस चुके है। एसीबी ने कलक्टर का एक मोबाइल और पटवारी के दो मोबाइल बरामद कर लिए है। दोनों के मोबाइल को एफएसएल में जांच के लिए भेजा है। जहां पर अब दोनों के मोबाइल से कई राज खुलेंगे। जिसके आधार पर सामने आएगा कि कलक्टर ढाका कैसे वसूली के काम में लगे थे। वही पटवारी के अलावा और कौन—कौन इनके लिए घूस लेने का काम करते थे।
रात तीन बजे तक चली कार्रवाई… एसीबी ने दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज के यहां शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे छापेमारी की। आरोप है कि भू-रूपांतरण के बदले 25 लाख रुपए घूस मांगी गई थी। सर्च की कार्रवाई देर रात तीन बजे तक चली। इस दौरान एसीबी की ओर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए है। जिनकी जांच की जा रही है।
यह था मामला… एसीबी को पीड़ित ने शिकायत दी कि दूदू में उनकी फर्म के नाम से 204 बीघा जमीन है। इसके कुछ खसरे तालाब-पाल क्षेत्र में होने के कारण कन्वर्जन करवाए जाने की शिकायत कलेक्टर के पास की गई थी। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के बदले दूदू कलेक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज ने 25 लाख रुपए मांगे थे। पैसे के लिए उन्हें परेशान किया जा रहा था। हालांकि पीड़ित ने पैसा नहीं होने का हवाला दिया तो 15 लाख रुपए देने के बदले कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया गया था। एसीबी के सत्यापन के दौरान पीड़ित के साथ रिकॉर्डर भी भेजा गया था। जिसमें यह साबित हो गया कि दूदू कलेक्टटर हनुमान मल ढाका ने रिश्वत के करीब साढ़े सात लाख रुपए डाक बंगला स्थित अपने आवास पर मंगाए थे।
दिन में संभाला चुनाव, रात को धरे गए.. कलक्टर हनुमान मल ढाका गुरुवार को दिन में चुनाव संभाल रहे थे। जगह जगह जाकर दौरे कर रहे थे और अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे थे। जैसे ही रात को चुनाव से फ्री हुए, उसके बाद एसीबी ने उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी।
पिछले साल आईएएस में हुए थे प्रमोट.. हनुमान मल ढाका नागौर, अजमेर, भरतपुर और झुंझुनूं में एसडीएम रह चुके हैं। 15 फरवरी से दूदू कलेक्टर लगे हुए हैं। यहां से पहले खैरथल तिजारा लगाया था, लेकिन तुरंत ही वापस हटा दिया गया था। गौरतलब है कि हनुमान मल ढाका राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। पिछले साल ही आईएएस सेवा में पदोन्नत हुए हैं।