इस एप को रेल सूचना प्रणाली केंद्र (सीआरआईएस) ने विकसित किया है। रेलवे के मुताबिक यात्री आर-वॉलेट के जरिए टिकट बुक कर सकता है। इस अकाउंट को बनाने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। पंजीकरण के साथ शून्य बैलेंस का अकाउंट स्वत: खुल जाएगा। यात्री जब चाहे आर-वॉलेट का समर्पण कर सकता है। इसके लिए मोबाइल एप से अप्लाई करना होगा, जिस पर उसे एसएमएस से कोड प्राप्त होगा। यूटीएस काउंटर पर कोड तथा मोबाइल नंबर बताने पर आर वॉलेट में उपलब्ध राशि में से लिपिकीय प्रभार काटकर शेष राशि उसे वापस कर दी जाएगी। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी तरुण जैन ने बताया कि इस सुविधा को 10 सितंबर से शुरू कर दिया जाएगा।
समझे मोबाइल एप के जरिए टिकट बुक करने की प्रक्रिया
एंड्रॉयड मोबाइल फोन पर गूगल एप स्टोर से रेलवे का एप को डाउनलोड करें। इसके बाद रेलवे ई-वालेट बनाने के लिए एक पंजीकरण आईडी संख्या मिलेगी। ई-वालेट को टॉप अप करने के लिए क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट का उपयोग करें। इसका दूसरा विकल्प किसी भी रेलवे स्टेशन के टिकट काउन्टर पर भी उपलब्ध होगा, जहां ई-वालेट को टॉप अप कराया जा सकेगा। इसके बाद आसानी से जब चाहें तब टिकट बुक कर लें।