राज्य में कुल 1.1 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 12.36 लाख परिवारों को पहले ही नल कनेक्शन (एफएचटीसी) प्रदान किए जा चुके हैं। 2019-20 में केवल 1.02 लाख नल कनेक्शन प्रदान किए गए।
राजस्थान ने फ्लोराइड, लवणता, नाइट्रेट और आयरन से प्रभावित 5,864 गांवों में रहने वाली 57.77 लाख आबादी को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है। राज्य ने दिसंबर, 2020 तक सभी 3,700 फ्लोराइड प्रभावित बस्तियों में पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। पानी की कमी वाले क्षेत्रों, आकांक्षी जिलों, एससी/एसटी की बहुलता वाले गांवों और संसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाइ) के गांवों पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
पेयजल गुणत्ता जांच के लिए प्रत्येक गांव में पांच महिलाओं को दी जाएगी जांच किट
महिलाओं को जांच किट के उपयोग के लिए किया जाएगा प्रशिक्षित
ग्राम स्तर पर ही प्रशिक्षित किए जाएंगे प्लंबर,बिजली कर्मी, राजमिस्त्री और फिटर
मिशन के तहत कुशल और अकुशल मजदूरों को मिलेगा काम