जेल में मोबाइल से गिरोह संचालन
जेल में बंद खूंखार अपराधी मोबाइल के जरिए राजधानी में भी अपराध का संचालन कर रहे हैं। पुलिस का मानना है कि जेल में बंद गिरोह सरगना के इशारे पर ही शूटर शहर में हत्या पर हत्या कर रहे हैं। पिछले सात माह में भाड़े के शूटर तीन बड़ी हत्याएं कर चुके हैं। इनमें एक भी मामले में पुलिस अभी तक किसी भी शूटर को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। हत्याओं में शामिल शूटर का सुराग तलाशने के लिए कमिश्नरेट जेल से बरामद मोबाइल फोनों के रिकार्ड की जांच भी करवा रही है।
भरतपुर जेल के कैदी पर निगाह
शहर में भाड़े के शूटर से हत्या करवाने के बढ़ते मामलों के पीछे कमिश्नरेट ने भरतपुर जेल में बंद खूंखार कैदी को भी शक के दायरे में लिया है। यह गिरोह सरगना जोधपुर में भी भाड़े के शूटर से डाक्टर और ज्वैलर की हत्या करवा कर सनसनी फैला चुका है। इस गिरोह सरगना को जोधपुर से भरतपुर की जेल में शिफ्ट करने बाद जयपुर में भी एकाएक भाड़े के शूटर से हत्या करवाने का सिलसिला बढ़ जाने पर कमिश्नरेट ने उसके गुर्गों की तलाश में जुट गई है। इसके अलावा पुलिस जयपुर और भरतपुर जेल से गत दिनों बरामद हुए मोबाइल फोनों की कॉल डिटेल के आधार पर राजधानी में हुई हत्याओं के शूटर का सुराग लगाने का प्रयास भी कर रही है।
चोरी के वाहन का करते हैं इस्तेमाल
भाड़े के शूटर पिछले सात माह में शहर में तीन बड़ी हत्याएं कर चुके हैं। आठ मार्च को झोटवाड़ा इलाके में कूरियर मैन के रूप में आए भाड़े दो शूटर ने प्रॉपर्टी व्यवसायी भवानी सिंह को गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस अभी तक केवल वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल ही बरामद कर पाई है, जो सदर थाना इलाके से चुराई गई थी। इसी तरह 26 जुलाई को झोटवाड़ा में ही पार्षद के भतीजे अमरचंद शर्मा की गोली मारकर हत्या कर फरार हुए दोनों शूटर भी चोरी की स्कूटी से ही वारदात करने आए थे। इस मामले में भी पुलिस को हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला है।
भाड़े के शूटर पिछले सात माह में शहर में तीन बड़ी हत्याएं कर चुके हैं। आठ मार्च को झोटवाड़ा इलाके में कूरियर मैन के रूप में आए भाड़े दो शूटर ने प्रॉपर्टी व्यवसायी भवानी सिंह को गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस अभी तक केवल वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल ही बरामद कर पाई है, जो सदर थाना इलाके से चुराई गई थी। इसी तरह 26 जुलाई को झोटवाड़ा में ही पार्षद के भतीजे अमरचंद शर्मा की गोली मारकर हत्या कर फरार हुए दोनों शूटर भी चोरी की स्कूटी से ही वारदात करने आए थे। इस मामले में भी पुलिस को हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला है।
इनका कहना है
हत्याओं के मामले में सुपारी लेने वाले बदमाशों को चिन्हित करने के लिए अपराधियों को पुराना रिकार्ड खंगाला जा रहा है। इस मामले में जेल से बरामद मोबाइल फोनों के कॉल डिटेल की जांच भी करवाई जा रही है।
हत्याओं के मामले में सुपारी लेने वाले बदमाशों को चिन्हित करने के लिए अपराधियों को पुराना रिकार्ड खंगाला जा रहा है। इस मामले में जेल से बरामद मोबाइल फोनों के कॉल डिटेल की जांच भी करवाई जा रही है।
एडिशनल कमिश्नर (क्राइम) डा. नितिन दीप