मेजबान कृषि महाविद्यालय जबलपुर, रीवा, टीकमगढ़, गजबसौदा, वारासिवनी, बालाघाट, पवारखेड़ा, रहली, खुरई के युवा कलाकारों की टीम एक्टिंग कर रही है। पहले दिन क्विज, फाइन आर्ट, डिबेट, एक्सटेम्पर, डिबेट, सोलो सांग एवं पेट्रोटिक सांग में विजन और टैलेंट दिखाए। जबकि, दूसरे दिन ग्रुप सांग, वन एक्ट प्ले, स्किप्ट, माइम, मोनो एक्टिंग, फोक ग्रुप डांस के पॉर्टिसिपेट ने उत्साह पूर्वक परफार्म किया। दीप प्रज्ज्वलन, सरस्वती वंदना और जेएनकेवि के कुलगीत के प्रसारण के साथ महोत्सव का शानदार आगाज हुआ।
कार्टून और पोस्टर में दिखा साल्यूशन
छात्र-छात्राओं ने कार्टून के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में आ रही समस्याओं को उजागर करने के मैसेज दिए। वहीं पोस्टर प्रतियोगिता में ज्यादातर की थीम क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग एवं सेव वाटर थी। फाइनल राउंड के मूल्यांकन के बाद गोल्ड मेडलिस्ट के निर्णय होंगे।
पहले एक्टिंग, फिर मेडल
मंगलवार सुबह 9 बजे से एक्टिंग शुरू होगी। एकल अभिनय, फाइन आर्ट, स्किट, माइम, मोनो एक्टिंग एवं गु्रप डांस में कल्चरल टैलेंट दिखेगा। कलासंकाय के अधिष्ठाता डॉ. पीके मिश्रा की अध्यक्षता में मेडल एवं सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। इस मौके पर कुल सचिव डॉ. अशोक कुमार इंगले, डीआर महोबिया, डॉ. धीरेंद्र खरे, डॉ. ओम गुप्ता, डॉ. एसडी उपाध्याय, डॉ. शरद तिवारी एवं डॉ. आरके नेमा मौजूद थे।
व्यक्तित्व को सम्पूर्णता प्रदान करते हैं महोत्सव
सरदार वल्लभ भाई पटेल सभागार में हुए उदघाटन समारोह में कुलपति डॉ. पीके बिसेन ने कहा, हमारे देश के युवा ऊर्जा से भरपूर हैं। समाज एवं देशहित में युवा ऊर्जा प्रवाहित होना चाहिए। क्लास रूम में एजुकेशन मिलता है, लेकिन कल्चर और स्पोट्र्स हमारी विरासत हैं।