पाठक का कहना था कि यदि सरकार बीच में कोई गफलत करती है तो पुनः हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। हालांकि शनिवार को हड़ताल जारी है और रविवार का अवकाश होने के कारण कर्मचारी काम पर नहीं जाएंगे। लेकिन सोमवार से सभी ऑर्डनेंस फैक्ट्री में पुनः उत्पादन शुरू हो जाएगा।
ऑर्डनेंस फैक्ट्री के कर्मचारी 20 अगस्त से हड़ताल पर हैं उनका कहना था कि सरकार ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को निगम बना रही है इससे उनके हितों को भारी नुकसान होगा। जबलपुर की चारों ऑडनेंस फैक्ट्री में भी लगभग 15000 कर्मचारी बीते 4 दिनों से हड़ताल पर हैं। इस बीच गन कैरिज फैक्ट्री में सभी तरह के तोप निर्माण का काम बंद पड़ा है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में सेना के लिए बमों का उत्पादन ठप है। व्हीकल फैक्ट्री में सैन्य वाहन नहीं बन रहे हैं। ग्रे आयरन फाउंड्री में हैंड ग्रेनेड और एरियल बम की बॉडी की ढलाई का काम भी बंद पड़ा है। इससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान होने की आशंका भी जताई जा रही है।
आत्महत्या कर ली कर्मचारी ने –
ऑडनेंस फैक्ट्री में लगातार पांचवें दिन भी कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखी है। कर्मचारी सरकार की ऑडनेंस फैक्ट्री के लिए बनाई निगमीकरण की नीति का विरोध कर रहे हैं।
आज सुबह ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में ग्रुप ए के अधिकारियों को इंस्पेक्शन बंगला में कर्मचरिओ ने रोक दिया इससे काफी देर तक हंगामा हुआ। इसमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और स्थितियों पर नियंत्रण किया। इस बीच आज सभी ऑडनेंस फैक्ट्री में सरकार की नीति के खिलाफ एक कर्मचारी द्वारा आत्महत्या किए जाने पर शोक श्रद्धांजलि दी गई। आयुध निर्माणी कर्मचारी अनिल कड एचईएफ(पुणे) ने कल ओएफबी की निगमीकरण की नीति से आहत होकर कल आत्महत्या की थी। उनके लिये जीआईएफ जबलपुर में शोक सभा की गई।