धान के खेत में दिखा तेंदुआ
ग्रामीणों के अनुसार जबलपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर पाटन रोड स्थित जरौंद गांव में राजेंद्र पटेल के धान की फसल में तेंदुआ दिखा। इस खबर से पूरे गांव में हलचल मच गई। जिज्ञासु युवाओं की टोलियां खेत की मेढ़ों पर एकत्रित हो गईं। ग्रामीणों ने डायल 100 पर खबर दी। दोपहर 1 बजे रेस्क्यू टीम, पुलिस और पाटन रेंज के कर्मचारी पहुंचे।
डिप्टी रेंजर पर कूदा तेंदुआ
खबर पवर रेक्स्यू टीम गांव पहुंची। करीब डेढ़ बजे तेंदुए को पकडऩे के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। इस दौरान भोंकते हुए कुत्तों का झुंड तेंदुए के पास पहुंचा तो वह छलांग लगाकर २०० मीटर दूर खड़ी भीड़ की आेर दौड़ा। उसने भीड़ की तरफ एक छलांग भी लगाई। उसका अंदाज देखकर डिप्टी रेंजर गुलाब सिंह राजपूज जमीन पर लेट गए और तेंदुआ उसके पीठ पर पंजा मारते हुए आगे निकल गया। पास में खड़े प्रदीप पटेल सहित कई लोगों को भी खरोंच आई। युवक पर तेंदुए के हमले का लाइव वीडियो पाटन से राहुल जैन द्वारा पत्रिका को उपलब्ध कराया गया है।
तेंदुए के करीब पहुंचा युवक
वन विभाग की टीम कुछ दूर थी। शाम 6 बजे स्थानीय युवक दिलीप ठाकुर लोगों के मना करने के बाद तेंदुए के करीब गया। तेंदुए ने उसके सिर पर पंजा मारकर लहुलूहान कर दिया। देर शाम तक तेंदुआ खेत के समीप स्थित खलिहान में छिपा रहा।
आधा दर्जन गांवों में दहशत
जरौंद गांव में तेंदुआ दिखने पर आसपास के लोग भी पहुंच गए। समझाइश के बाद भी ग्रामीण हटने को तैयार नहीं थे। उन्होंने रेस्क्यू की मांग की। वन विभाग ने गांव में पिंजरा लगाया। ट्रैंक्वलाइल करने के लिए वेटरनरी डॉक्टर को भी बुलाया गया है। आसपास के नुनसर, रोजा, रानीताल, रौंसरा गांवों में दशहत है।
नहीं पहुंची टाइगर स्ट्राइक फोर्स
पाटन में तेंदुआ की दस्तक के पांच घंटे बाद भी टाइगर स्ट्राइक फोर्स की टीम मौके पर नहीं पहुंची। शेड्यूल वन का वन्य प्राणी तेंदुआ बाघ की श्रेणी में आता है। रेस्क्यू टीम भी इस फोर्स के इंतजार में अधिकारियों को फोन लगाती रही, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। इस मौके पर पुलिस चौकी प्रभारी कमल सिंह एवं अभिमन्यु सिंह, एसडीओ अमित सिंह चौहान, रेंजर स्वाति यादव मौजूद रहे।
लगाया जा रहा पिंजरा
पाटन क्षेत्र में तेंदुए के रेस्क्यू के लिए टीम मौके पर मौजूद है। उसके समीप पिंजरा लगाया जा रहा है। ग्रामीणों की भीड़ के कारण रेस्क्यू करना जोखिम पूर्ण है। टाइगर स्ट्राइक फोर्स को मौके पर नहीं पहुंचने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
डॉ. एम कालीदुरई, सीसीएफ, जबलपुर