पुलिस के मुताबिक रंजीत (३२) पिता रामनाथ ओझा निवासी लक्ष्मणपुरा कॉलोनी ने रविवार देररात और सोमवार सुबह के बीच घर में फांसी लगाकर खुदकुशी की है। सोमवार को शव का जिला हॉस्पिटल में पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंपा है। यहां मृतक के भाई रवि ने बताया की सुबह करीब ७ बजे मां ललिताबाई गाय का दूध निकालने जाने लगी। वह घर के नीचे कमरे के पास पहुंची तो बेटे रंजीत को फंदे पर झृलता देख घबरा गई। इसके बाद सभी मदद के लिए वहां पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। कमरे में पंख के हुक पर रंजित ने रस्सी डालकर फांसी लगाई है। कमरे में रखी लोहे की सीढ़ी पर उसका मोबाइल मिला है। मोबाइल को देख लग रहा था की भाई ने खुदकुशी के समय पत्नी से वीडियो चेट किया होगा। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसका लॉक मोबाइल जब्त किया है। रवि ने बताया की उसका भाई जब भी किसी से बात करता तो वह कॉल रिर्काडिंग पर रखता। संभवत: रंजित ने पत्नी को डराने के लिए वीडियो चेट किया होगा। जिससे उसकी जान चली गई। दुखी होकर रवि कहने लगे की मृतक की शादी वर्ष २०१० में पिंकू पांडा निवासी बक्सर से हुई। उसके तीन बच्चे कृष्णा (८), गोपी (६) और कुछ माह की बेटी है। बड़ा बेटा तीसरी में तो छोटा बेटा पहली कक्षा में पढ़ता है। मार्च माह में उसके घर बेटी हुई। इसके बाद से ही उसकी पत्नी मायके में है। जून माह में रंजित पत्नी और बच्चों को लेने ससुराल पहुंचा। यहां ससुराल पक्ष के लोगों ने बेटी की तबियत ठीक हो जाने के बाद उसे भेजने की बात कही। वहीं पत्नी ने भी घर आने से इंकार कर दिया। उसने वहां से लौटने का रिजर्वेशन भी कराया था। इसके बाद वह वहां से दोनों बेटे को लेकर शहर पहुंचा। वहीं मृतक के ***** ने बताया की उनकी बहन को किसी ने पति द्वारा खुदकुशी करने की सूचना दी है। इसके बाद से ही वे किसी से बात नहीं कर रही। बार-बार बेहोश हो रही है। रात में दोनों के बीच फोन पर बात हुई होगी। लेकिन क्या बात हुई इसकी जानक ारी परिजनों को भी नहीं है।
रात में खाना खाया रवि ने बताया की रात में रंजित खाना खाने के बाद घर के ग्राउंड फ्लोर स्थित रूम में सोने चले गया। उसके दोनों बेटे पहली मंजिल पर मां के साथ सोने चले गए। वे अपने परिवार के साथ दूसरी मंजिल पर सो रहे थे। सुबह घटना का पता चलते ही उन्होंने भाई के ससुराल पक्ष को सूचना दी है। घटना के बाद से मां बेसुध है। भाई और उसकी पत्नी में किन बात को लेकर विवाद होता रहा है। इसके बारे में वे ही बता पाएेंगी।
15 दिन पूर्व बेचा ट्रक
पडोसी दुर्गेश ने बताया की पत्नी के मायके से नहीं लौटने के बाद से ही रंजित परेशान होने लगा। पत्नी और बच्चों के साथ ठीक से नहीं रह पाने की वजह से उसने दुखी होकर पंद्रह दिन पूर्व आयशर ट्रक बेच दिया। वह ट्रक से कई बार माल पहुंचाने के लिए बाहर जाता था। रंजित और उसकी पत्नी के बीच कई बार घरेलु विवाद भी हो चुके है। पत्नी के मायके से नहीं लौटने से वह तनाव में था। २३ सितंबर को वह धार्मिक आयोजन कराने वाला था। संभवत: इन वजहों से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है।