1.50 करोड़ से बना है मंदिर
ग्रामीणों ने बताया, मंदिर बनाने के लिए प्रति बीघा के हिसाब से एक घर से 4200 रुपए का चंदा लिया गया है। जिनके पास जमीन नहीं, उन्होंने इच्छा से 11, 21 व 51 हजार भी दिए हैं। 1.50 करोड़ की लागत से मंदिर बना।अयोध्या और यहां एक ही दिन हुआ भूमिपूजन
मंदिर की खास बात है कि 5 अगस्त 2020 अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमिपूजन हुआ था, उसी दिन यहां के मंदिर का भी भूमिपूजन किया गया था। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी थी, लेकिन किसी कारणवश नहीं हो सकी। तभी से ग्रामीणों ने तय किया कि रामनवमी पर भगवान श्रीराम को विराजमान करेंगे।33 इंच की मूर्तियां स्थापित
अयोध्या की तर्ज पर बना श्रीराम मंदिर 3200 वर्ग फीट में फैला हुआ है। राजस्थान से मंगवाकर स्थापित की गईं मूर्तियों की ऊंचाई करीब 33 इंच है। मंदिर में सीता-राम-लक्ष्मण, हनुमान, मां सरस्वती और भगवान गणेश की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। मूर्तियों को मंगाने में 3 लाख 1 हजार रुपए का खर्च आया है।ये है खासियत
-18 फीट नीचे तक खुदाई कर काम पहाड़ी ख्रलैक स्टोन से भरा गया।-जमीन से करीब 4 फीट उपर तक लेवल किया गया।
-मंदिर का बेस 22 फीट का है।
-मंदिर में लोहे का इस्तेमाल नहीं किया। पत्थर पर लॉकिंग सिस्टम से बनाया गया।