मनोज मिश्रा, निलंबित सहायक जेल अधीक्षक सेंट्रल जेल इंदौर
भारत वर्मा, निलंबित जेल प्रहरी, उप-जेल देपालपुर हत्या के प्रयास के मामले में जेल में बंद एक कैदी से उसके पिता की मुलाकात करवाने के लिए तीन हजार रुपए की रिश्वत मांगी। नवंबर, 2014 में रिश्वत लेते पकड़े गए। लोकायुक्त पुलिस ने दिसंबर, 2015 में चालान लगाया था। इसमें संदेह का लाभ देते हुए मिश्रा को बरी कर दिया गया, लेकिन वर्मा को तीन साल की सजा मिली।
बाबूलाल पटेल, निलंबित सहायक लाइनमैन, कल्याखेड़ी सांवेर
धरमपुरी में तैनाती के दौरान किसान के खेत में बिजली का पोल लगवाने के एवज में 10 हजार रुपए रिश्वत मांगी। जून, 2016 में छह हजार रुपए लेते हुए पकड़ा गया। लोकायुक्त ने सितंबर, 2016 में चालान लगा दिया। विशेष न्यायालय ने तीन साल की सजा सुनाई।