इस मंदिर में माता जी की आरती के बाद प्रसाद में बंटता है केक
इंदौर. शहर में दुर्गा माता और भगवान गणेश के नवरात्रि और गणेश चतुर्थी के मौके पर कई आयोजन होते हैं, लेकिन शरद पुर्णिमा के बाद शहर में एक एेसा भी आयोजन होता है जो अन्य आयोजनों से बिल्कुल हट के है। जिस दिन माता जी को मंदिर में स्थापित किया था उस दिन को लोग माता के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं। यह आयोजन बागोरा परिवार करता है। मेघदूत नगर में 13 साल पहले 15 अक्टूबर को कॉलोनी में मंदिर बनाकर माता जी की मूर्ति की स्थापना की गई थी। इस मंदिर में रोज लोग दर्शन और पूजा के लिए आते हैं।
हर साल इस दिन माता जी का जन्मदिन मनाया जाता है। बाकायदा निमंत्रण पत्र छपवाकर लोगों को बुलाया जाता है। हजारों लोगों की मौजूदगी में दूध से बना केक काटकर महाआरती और केक का प्रसाद बंटता है। दिनभर भजन-कीर्तन होने के साथ रात में भंडारे का आयोजन किया जाता है। तरह-तरह के पकवान लोगों को खिलाए जाते हैं। इसके अलावा कई तरह के सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन भी होते हैं। आयोजन में पूर्वी क्षेत्र के हजारों लोग श्रद्धा से शामिल होते हैं। मनोज बागोरा ने बताया कि शहर में धार्मिक आयोजन तो बहुत है लेकिन समय के साथ हमने इस आयोजन को नए तरीके में ढाला है ताकि युवाओं की भी आयोजन में रूचि आए और वे लोग आध्यात्म से जुड़ सके। इस दौरान लोग जमकर आतिशबाजी कर जश्न मनाते हैं।
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