छापेमारी के विरोध में लगे मोदी विरोधी नारे
छापामारी की खबर सुनते ही सांसद रमेश के समर्थन में उनके कडप्पा स्थित घर के सामने कार्यकर्ताओं ने जमकर मोदी विरोधी नारे लगाए। चंद्रबाबू नायडू के बेटे और मंत्री नारा लोकेश ने इस कार्रवाई पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। लोकेश ने कहा कि मोदी की वादाखिलाफी का विरोध करने वाली आवाज को दबाने के लिए यह सब किया जा रहा है। राज्य सभा सांसद सीएम रमेश, रित्विक प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर हैं। जानकारी के अनुसार, आईटी विभाग की यह छापेमारी रित्विक प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में टीडीपी नेता सीएम रमेश के साझीदारों के यहां भी की जा रही है।
मोदी से रिश्ता तोड़ने के बदले मिली छापेमारी टीडीपी
वहीं, टीडीपी सूत्रों का कहना है कि हैदराबाद तथा अन्य स्थानों पर पार्टी के सांसद सीएम रमेश के आवास व दफ्तरों पर आयकर विभाग के अधिकारियों की छापेमारी भाजपा और मोदी से रिश्ता तोड़ने का बदला है। उनके कडप्पा स्थित आवास पर एक बार में 60 आईटी अधिकारी छापेमारी के लिए पहुंचे। पार्टी का कहना है कि यह सब केंद्र ‘बदले की भावना’ से कर रहा है। सीएम रमेश ने आईटी विभाग से आंध्र प्रदेश में आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर विस्तृत जानकारी मांगी थी, जिसके 3 दिन बाद उनके आवास तथा दफ्तरों पर छापेमारी हुई। पार्टी का कहना है कि टीडीपी के कई नेताओं को आईटी छापेमारी के जरिये निशाना बनाया जा रहा है।
आंध्रप्रदेश के लोगों पर है यह छापा
टीडीपी पार्टी का कहना है कि 3-4 दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय ने टीडीपी के संसदीय दल के नेता वाई.एस.चौधरी के दफ्तर पर छापेमारी की थी। 10 दिन पहले टीडीपी नेताओं को निशाना बनाते हुए कई उद्योगपतियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। पार्टी ने बी.एम.राव और वाई.एस.चौधरी के ठिकानों पर हुई छापेमारी को भाजपा के ‘ऑपरेशन गरुड़’ का हिस्सा बताया। पार्टी के अनुसार, वे विशेष राज्य का दर्जा दिलाने में न्याय की मांग कर रहे हैं, पर केंद्र बदले की भावना से कार्रवाई कर रहा है। ये छापेमारी एक प्रकार से आंध्रप्रदेश के लोगों पर छापा है।
उल्लेखनीय है कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू सहित टीडीपी के कई नेता बीजेपी पर उसके प्रतिद्वंद्वियों के साथ साठगांठ कर ‘बड़ी साजिश’ का आरोप लगा चुके हैं। पार्टी नेताओं का आरोप है कि बीजेपी ‘ऑपरेशन गरुड़’ के तहत वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी, अभिनेता-नेता पवन कल्याण और पूर्व सीबीआई संयुक्त निदेशक वी.वी.लक्ष्मीनारायण के साथ मिलकर साजिश के तहत टीडीपी को राज्य में कमजोर करने में लगी है।