स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार हों
ओडवाड़ा निवासी कांतिलाल राजपुरोहित कहते हैं, जालोर-सिरोही क्षेत्र पिछड़ा हुआ इलाका है। जनप्रतिनिधियों ने इस इलाके की उपेक्षा की है। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी नजर आती है। मुख्यालय तक अच्छा अस्पताल नहीं है। ऐसे में इलाज के लिए जोधपुर या पालनपुर जाना पड़ता है। हवाई पट्टी लम्बे समय से पेंडिंग है। शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। केन्द्रीय विश्वविद्यालय खोला जाना चाहिए।
गांवों में हो स्ट्रीट लाइटें
आमलारी निवासी सन्नी कांकरिया कहते हैं, इलाके में दिलवाड़ा एवं जीरावला पाŸवनाथ मंदिर बने हैं। यह अपनी तरह के शिल्पकला के नायाब मंदिर है। मानपुर में हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। पहले हुब्बल्ली से अहमदाबाद के लिए विमान सेवा थी जिसे लॉकडाउन के बाद से बन्द कर दिया गया। इसे फिर से शुरू किया जना चाहिए। हुब्बल्ली से उदयपुर के लिए विमान चलाए जा सकते हैं। गांवों में बिजली व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। छोटे गांवों में स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं।
हुब्बल्ली से हो सीधी ट्रेन
हरजी निवासी अशोक खत्री कहते हैं, बेंगलूरु से राजस्थान के लिए तकरीबन हर रोज एक ट्रेन हैं लेकिन हुब्बल्ली से राजस्थान के लिए सीधी ट्रेन एक भी नहीं है। बेंगलुरु से आने वाली अधिकांश ट्रेनें भरी रहती हैं। कम से कम सप्ताह में एक ट्रेन की रवानगी हुब्बल्ली से होनी चाहिए। जालोर-सिरोही क्षेत्र में उद्योगों की कमी खल रही है। उद्योग-धंधों का विस्तार किया जाना चाहिए। सरकारी बसों की सुविधा को भी और बेहतर बनाने की जरूरत है।
भंवरानी निवासी मदनदास वैष्णव कहते हैं, जालोर एवं सिरोही जिलों में सड़कों की हालत खस्ता है। अधिकांश सड़कें क्षतिग्रस्त है। मुख्य मार्गों की स्थिति भी ठीक नहीं है। ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती आम है। कब बिजली चली जाएं कुछ पता नहीं रहता। भंवरानी ग्राम में अस्पताल बना हुआ है लेकिन चिकित्सक ही नहीं है। डिलीवरी के लिए 35 किमी दूर जालोर जाना पड़ता है।
आमलारी के जैताराम चौधरी कहते हैं, इलाके में पानी की समस्या अधिक है। घरों में नल लग गए लेकिन पानी नहीं है। पानी के लिए आज भी दर-दर भटकना पड़ रहा है। बोरवेल में पानी पीने लायन ही नहीं है। जहां नर्मदा का पानी नहीं पहुंचा उन इलाकों में प्राथमिकता से नर्मदा का पानी पहुंचना चाहिए। आज भी कई गांव सरकारी बस सुविधा से वंचित है। उन छोटे गांव-कस्बों तक सरकारी बसें पहुंचें। सिरे मंदिर-सुंधा माता मंदिर को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जा सकता है।