ऐसे में कर्मचारियों के उदास चेहरे देखकर सरपंच से रहा नहीं गया। गांव की सरपंच
मोहिनी जाधव ने कर्मचारियों की दिवाली को शुभ बनाने के लिए एक बेहद ही सराहनीय कदम उठाया, जिसके बारे में सुनकर आप इस महिला सरपंच को खड़े होकर सलामी ठोकेंगे। मोहिनी ने कर्मचारियों को रुका हुआ वेतन देने के लिए अपने गहनों को गिरवी रख दिया, जिससे उन्हें 1.75 लाख रुपये मिल गए। जेवरों को गिरवी रखने के बाद मिले 1.75 लाख रुपयों को मोहिनी ने सभी 6 कर्मचारियों को बांट दिए। इतना ही नहीं मोहिनी ने अपने कर्मचारियों को दिवाली बोनस भी दिया।
ग्राम सरपंच मोहिनी की मानें तो पंचायत का सारा खज़ाना खाली हो चुका है, जिसकी वजह से पंचायत के पास पैसों की भारी किल्लत हो गई है। यही वजह है कि कर्मचारियों को उनका वेतन भी नहीं मिल पा रहा था। पंचायत में सीनियर क्लर्क के अलावा पानी आपूर्ति विभाग के कर्मचारी और सफाईकर्मी को मिलाकर कुल 6 लोग काम करते हैं। मोहिनी ने बताया कि गांव की मूलभूत सुविधाओं के लिए यही कर्मचारी हैं, जो दिन-रात काम करते हैं। ऐसे में जो लोग पूरे गांव को खुशहाल रखते हैं, यदि वही लोग खुश नहीं होंगे तो उसका बुरा प्रभाव सीधे पूरे गांव पर पड़ता। महिला सरपंच मोहिनी जाधव के इस कदम की अब पूरे देशभर में तारीफ हो रही है।