चार जुलाई से यह यात्रा शुरू होने वाली है। इस चांदी के रथ को भेंट करने वाले शख्स रउफ बंगाली का कहना है कि वे यह पवित्र काम सांप्रदायिक सौहार्द फैलाने के लिए करते हैं। ये दान वे गोधरा कांड के बाद से ही करते आ रहे हैं। अहमदाबाद जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीपदासजी का कहना है कि ’20 साल से रउफ बंगाली मंदिर में रथ चढ़ाने का काम कर रहे हैं।
महंत दिलीपदासजी कहते हैं “सांप्रदायिक सौहार्द फैलाने के लिए मैं मुस्लिम समुदाय का शुक्रिया अदा करता हूं।” बता दें कि चार जुलाई को होने वाली श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए सारे इंतज़ाम किए जा चुके हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इलाके की सुरक्षा के लिए लगभग 25 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरों के साथ ड्रोन भी सारी गतिविधियों पर नज़र रखेंगे।