वर्तमान में तिघरा में करीब 7 एमसीएफटी से अधिक पानी प्रतिदिन घट रहा है, जिसमें शहर की 13 लाख की अबादी को सप्लाई किया जाने वाला पानी और लोसेस शामिल है। वर्तमान सप्लाई से हिसाब लगाएं तो तिघरा में सवा साल का पानी है, लेकिन पिछले 10 वर्षों का आंकलन करें तो हर बार कम बारिश से शहर को जल संकट का सामना करना पड़ा है, इसलिए तिघरा के वाटर लेवल को समय पर मेंटेन किया जाए तो पानी को पंप कर लाने पर करोड़ों रुपए खर्च करने की जरूरत नहीं होगी।
अभी किसानों को खेती के लिए पानी दिया जा रहा है। शहर के लिए फरवरी के मध्य में पानी लाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी, ताकि उस दौरान पानी बिना किसी बाधा के तिघरा तक पहुंच सके।
राजेश चतुर्वेदी, कार्यपालन यंत्री
तिघरा के वाटर लेवल को मेंटेन करने की जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग की है, हम उनके संपर्क में हैं।
आरएलएस मौर्य, अधीक्षण यंत्री, पीएचई नगर निगम