बड़ी खबर : संविदा शिक्षकों के भर्ती शुरू,आधार कार्ड नहीं तो फार्म नहीं भर सकेंगें,ये है नियम
13 सितंबर को गणेश चतुर्दशी पर श्रीजी घरों और सार्वजनिक स्थानों पर वैदिक विधि विधान से विराजमान होंगे। यह उत्सव दस दिन अनंत चतुर्दशी तक चलेगा। श्रीजी के आगमन को लेकर पांडाल सजधज कर तैयार हो चुके हैं। श्री गणेश उत्सव को लेकर मोटे गणेश मंदिर, शिंदे की छावनी स्थित गणेश मंदिर एवं बहोड़ापुर क्षेत्र स्थित गणेश मंदिर पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।एम्स में चेकअप कराने जा रहे रिटायर्ड सूबेदार की मौत,बेटा व गार्ड भी घायल
यहां गणेशजी का अभिषेक किया जाएगा, इसके बाद हर रोज विधि-विधान से पूजा-अर्चना होगी। इसके अलावा दाल बाजार, कंपू, महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, जीवाजीगंज, जनकगंज, माधौगंज, दौलतगंज, शिन्दे की छावनी, थाटीपुर, हजीरा, किलागेट, बारादरी, सदर बाजार, बहोड़ापुर में पांडाल सजाए जाएंगे।पानी पर तनाव : बरई में किसानों ने तोड़ी नहर,विधायक फिर पानी ले गए हिम्मतगढ़
अचलेश्वर पर सबसे बड़ी प्रतिमा
शहर में सबसे बड़ी प्रतिमा श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर 16 फीट ऊंची स्थापित होगी। कलकत्ता और झांसी के कलाकार बीस दिन से प्रतिमा तैयार कर रहे हैं।
MP में यहां खुलेआम बनाया जा रहा है नकली डीजल,पेट्रोल-डीजल लेने से पहले जरूर पढ़ें ये खबर
1 घंटे 10 मिनट शुभ मुहूर्त
पंडित वाचस्पति शास्त्री के मुताबिक सुबह 11.30 से 12.40 बजे तक पूजन कर स्थापित करना शुभ है। गणेश जी की पूजा अर्चना में मोदक का भोग लगाए और गं गणपतये नम: का जाप करें।