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मंदिरों में आस्था का सैलाब, भोले बाबा के दर्शन के लिए घंटों कतार में लगे भक्त

locationग्वालियरPublished: Mar 05, 2019 01:23:07 am

Submitted by:

Rahul rai

श्रद्धालुओं ने दूध, दही, घी, शहद, बिल्व पत्र और गंगाजल से भोले बाबा का अभिषेक किया। गुप्तेश्वर मंदिर से शिवजी की बारात निकाली गई, जिसमें शिवजी के गण भूत प्रेतों ने नाच किया, बारात विभिन्न मार्गों से होकर अचलेश्वर महादेव मंदिर पहुंची

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मंदिरों में आस्था का सैलाब, भोले बाबा के दर्शन के लिए घंटों कतार में लगे भक्त

ग्वालियर। महाशिवरात्रि पर्व पर महादेव मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ा। अचलेश्वर महादेव, कोटेश्वर, गुप्तेश्वर, मार्कण्डेश्वर, चकलेश्वर, मंगलेश्वर, हजारेश्वर, गिरगांव वाले महादेव मंदिर, भूतेश्वर महादेव मंदिर पर दिनभर भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं ने दूध, दही, घी, शहद, बिल्व पत्र और गंगाजल से भोले बाबा का अभिषेक किया। गुप्तेश्वर मंदिर से शिवजी की बारात निकाली गई, जिसमें शिवजी के गण भूत प्रेतों ने नाच किया, बारात विभिन्न मार्गों से होकर अचलेश्वर महादेव मंदिर पहुंची।
मंदिरों पर सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगने लगी थी। गुप्तेश्वर, कोटेश्वर, अचलेश्वर, सहित अन्य मंदिरों पर दो-दो घंटे तक श्रद्धालु कतार में खड़े रहे। भोलेनाथ के दर्शनों के लिए आतुर श्रद्धालु महादेव की जयकारे लगाते रहे। इन मंदिरों के आसपास ट्रैफिक को रोका गया। बेरिकेडï्स लगाकर श्रद्धालुओं के लिए आने-जाने के लिए व्यवस्था की गई। महिला-पुरुषों की अलग-अलग लाइनें लगीं।
दो घंटे तक लगे लाइन में
महाशिवरात्रि पर्व पर सोमवार के साथ कई नक्षत्रों का मिलन होने से पंडितों ने महादेव की पूजा को लाभदायी बताया है। अचलेश्वर महादेव मंदिर पर श्रद्धालुओं को दो से तीन घंटे तक कतार में खड़े रहना पड़ा। मशक्कत के बाद महादेव की पूजा-अर्चना करने पहुंचे।

डम-डम डमरू बाजे
डम-डम डमरू बाजे, नाचे-नाचे भूत-प्रेत नाचे, भोले बाबा बने बाराती, ऐसे भजनों के साथ गुप्तेश्वर महादेव मंदिर से शिवजी की बारात निकाली गई, जिसमें भूत-प्रेत डीजे की ध्वनि पर नाचते रहे। बारात में झांकियां निकाली गईं। बारात गुप्तेश्वर महादेव मंदिर से शुरू होकर गोल पहाडिय़ा, लक्ष्मीगंज, हनुमान चौराहा, नई सडक़, गश्त का ताजिया, इंदरगंज होते हुए अचलेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। यहां बारात का स्वागत अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास के पदाधिकारियों ने किया। इसके बाद बारात का समापन किया। गुप्तेश्वर महादेव मंदिर पर शाम को महाआरती की गई। इसी तरह कोटेश्वर, मार्क ण्डेश्वर, भूतेश्वर सहित अन्य मंदिरों पर रात के चारों पहर रूद्राअभिषेक के साथ पूजा-अर्चना की गई।
तीस क्विंटल फूलों से सजा मंदिर, 21 क्विंटल का लगा भोग
अचलेश्वर महादेव मंदिर पर 30 क्विंटल फूलों से बंगला सजाया गया। यहां 21 क्विंटल मिठाई, फल प्रसादी का छप्पन भोग लगा। 25 प्रसादी के स्टॉल लगाए गए। इन स्टॉल से श्रद्धालुओं को खीर, आलू का हलुवा, चिप्स, आलू बड़ा, ठंडई का वितरण किया गया। शहर में 70 से अधिक स्थानों पर प्रसादी वितरण किया गया।
कांवरियों ने चढ़ाया गंगाजल
अचलेश्वर महादेव मंदिर पर रात में कांवरियों ने गंगाजल चढ़ाया। कांवरियों के लिए न्यास की ओर से अलग से व्यवस्था की गई थी। इसी तरह कोटेश्वर, गुप्तेश्वर, मार्कण्डेश्वर और गिरगांव पर भी कांवरिए गंगाजल लेकर आए।
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