मुख्यमंत्री ने कहा कि अगप अब कांग्रेस के साथ अंदर ही अंदर सांठगांठ कर रही है। पहले कांग्रेस-एआईयूडीएफ एक ही सिक्के के दो पहलू थे। अब उसमें अगप भी शामिल हो गई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस जातीय हितों की रक्षा के लिए अगप का जन्म हुआ था वह पार्टी छोड़कर कांग्रेस के साथ हाथ मिला रही है। यह मित्रता अपवित्र है। उन्होंने अगप कर्मियों से आह्वान किया कि वे भाजपा में शामिल हो जाएं।
वहीं अगप के अध्यक्ष तथा भाजपा सरकार में कृषि मंत्री अतुल बोरा ने कहा कि किसी भी क्षण मित्रता खत्म हो सकती है। अगप ने कहा है कि सोनोवाल पवित्र मन से जाति के प्रति जिम्मेवार बने। अवैध बांग्लादेशियों के प्रति जवाबदेह न हों। पार्टी के प्रवक्ता मनोज सैकिया ने कहा कि कांग्रेस के साथ अगप को लपेटकर मुख्यमंत्री का बयान देना दुर्भाग्यजनक है। भाजपा में अबाध गति से कांग्रेसियों का दबदबा हो रहा है। कांग्रेसी तरीके से अब भाजपा चल रही है। कांग्रेस की ब्लैकमैलिंग राजनीत को ही भाजपा अपना रही है।
सैकिया ने आगे कहा कि प्रस्तावित नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर कांग्रेस और भाजपा सहोदर है। भाजपा कांग्रेस के साथ मिलकर असम के अस्तित्व को खत्म कर राज्य को अस्थिर कर रही है। मुख्यमंत्री शायद भूल गए हैं कि पाटाचारकुची नगर समिति और मंगलदै पौर भाजपा ने कांग्रेस के सहारे ही कब्जाई है। आपसी समझौते के तहत ही भाजपा हिंदू के नाम पर और कांग्रेस मुसलमान के नाम पर राजनीति कर राज्य के भाईचारे को नष्ट कर रही है। पार्टी ने कहा कि सोनोवाल अगप से ही विधायक,सांसद बने। उस पार्टी के लिए उनके मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए।