गुना के एक गांव में सिंधिया एक आदिवासी के घर भोजन करने पहुंच गए। उन्होंने घर की महिलाओं के साथ जमीन पर बैठकर ही भोजन किया। इस दौरान एक युवती घूंघट काढ़कर उनके बगल में ही बैठी थी। सिंधिया, उस युवती को अपने हाथों से खाना खिलाने लगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का यह अलग अंदाज गुना के काबर बमोरी गांव में नजर आया। वे जनजातीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए यहां आए थे। बमोरी में सिंधिया आदिवासी जानकीबाई के घर भोजन करने पहुंच गए। यहीं वे अपने हाथों से युवती को खाना भी खिलाने लगे।
“दाल बाटी” की रेसिपी भी पूछी- सिंधिया जब भोजन करने के लिए बैठे तो उनके बाजू में युवती जानकीबाई सहरिया भी घूंघट करके बैठीं। सिंधिया ने न केवल उन्हें अपने हाथों से भोजन कराया बल्कि “दाल बाटी” की रेसिपी भी पूछी। जानकीबाई ने घूंघट में बैठे बैठे ही सिंधिया को रेसिपी बताई। जानकीबाई से लोगों ने घूंघट हटाने को भी कहा।