11663 वोट पड़े नोटा पर…
गुना लोकसभा सीट पर शाम 5 बजे तक के अपडेट में 11663 लोगों ने नोटा का प्रयोग दिखाया गया। वही हरभजन सिंह राजपूत निर्दली को 5712 वोट मिले, ओपी भैय्या निर्दलीय को 3284 वोट मिले, भूपेन्द्र सिंह चौहान (बबलू राजा) निर्दलीय 2300 वोट मिले,भान सिंह निर्दलीय 1626 वोट मिले,चन्द्र कुमार श्रीवास्तव (चन्दू) निर्दलीय 1821 वोट मिले,अजय सिंह कुशवाह निर्दलीय 1310 वोट मिले,संतोष यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया)965 वोट मिले,रेखाबाई आजाद भारत पार्टी(डेमोक्रेटिक) 1441 वोट मिले,मनीष श्रीवास्तव सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) 1563 वोट मिले,अमित खरे अम्बेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया 4189 वोट मिले,धाकड़ लोकेन्द्र सिंह राजपूत बहुजन समाज पार्टी 35771 को वोट मिले।
2014 में मिली थी सिंधिया को टक्कर…
2014 चुनाव की बात करें तो गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया को 5,17,036 मत मिले थे जबकि बीजेपी उम्मीदवार जयभानसिंह पावैया को 3,96,244 वोट मिले थे। यानी बीजेपी ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी।
गुना में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी सिंधिया के लिए प्रचार करने आए थे। सिंधिया भी क्षेत्र में खूब मेहनत किए थे। लेकिन इस बार शुरूवाती रुझानों से यह स्पष्ट हो गया था कि कि सिंधिया की डगर मुश्किल है। यहां उनका मुकाबला बीजेपी के केपी यादव से था। केपी यादव पहले सिंधिया के करीबी रह चुके हैं।
पिता के निधन के बाद सिंधिया ने लड़ा था उपचुनाव…
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2002 में अपनी सियासी पारी का आगाज किया था। पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2002 में इस सीट से पहली बार उपचुनाव लड़ा था। इस सीट पर 2002 से लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव जीत रहे थे।