इसके बाद हंगामा शांत हुए। हाईवे पर जाम की वजह से दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई थी। उधर, लगातार बारिश की वजह से मधुसूदनगढ़ और विदिशा के बीच चंदेरी नदी उफान पर आ जाने से दिन में करीब दो घंटे तक आपस में संपर्क कट गया। इस वजह से लोग नदी के दोनों तरफ फंस गए।
जब पुल के ऊपर से पानी कम हुआ, तब जाकर लोग निकल पाए। यह स्थिति राजीव गांधी बांध पूरी तरह फुल हो गया है, इससे नदी में बहाव आ गया। दो घंटे विदिशा और मधुसूदनगढ़ मार्ग बंद
भारी बारिश की वजह से मधुसूदनगढ़ का राजीव सागर बांध फुल हो गया है। तालाब के पानी से चंदेरी नदी का जलस्तर बढऩे लगा है। बुधवार को नदी उफान पर आ गई। इस वजह से मधुसूदनगढ़ और विदिशा आपस में कटे रहे। इस मार्ग से लोग भोपाल नहीं जा जाए।
भारी बारिश की वजह से मधुसूदनगढ़ का राजीव सागर बांध फुल हो गया है। तालाब के पानी से चंदेरी नदी का जलस्तर बढऩे लगा है। बुधवार को नदी उफान पर आ गई। इस वजह से मधुसूदनगढ़ और विदिशा आपस में कटे रहे। इस मार्ग से लोग भोपाल नहीं जा जाए।
नदी के दोनों ओर वाहनों की कतार लगा रही। उधर, पानी का ज्यादा बहाव आने से नदी के पुल में भी नुकसान हो गया है। अगर, इसे ध्यान नहीं दिया तो रास्ता बंद हो सकता है। फिर भी यहां पर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे खतरा बढ़ रहा है।
आरोन में इस सीजन में सबसे कम बारिश
लगातार बारिश होने के बाद भी आरोन तहसील अच्छी बारिश से अछूती है। इस साल अब तक आरोन में 487 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो आधी भी नहीं है। उधर, बमोरी में सबसे ज्यादा बारिश 748 मिमी बारिश दर्ज की गई।
लगातार बारिश होने के बाद भी आरोन तहसील अच्छी बारिश से अछूती है। इस साल अब तक आरोन में 487 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो आधी भी नहीं है। उधर, बमोरी में सबसे ज्यादा बारिश 748 मिमी बारिश दर्ज की गई।
गुना में 673.3 मिमी, राघौगढ़ 717 मिमी, चांचौड़ा में 532 मिमी, कुंभराज में 684 बारिश दर्ज हुई। पिछले साल औसत 685.4 मिमी बारिश हुई, इस साल करीब 617 मिमी बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में पिछले साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। हालांकि इस साल भी जिले के सभी प्रमुख तालाब खाली पड़े हैं। रामपुर डैम को छोड़कर किसी में ज्यादा पानी नहीं आया है। सिंगवासा ओवर फ्लो हो सकता है।