जिला अस्पताल में डेंगू की जांच के लिए एलाइजा टेस्ट लगाया जाता है। एक हफ्ते में इसकी संख्या कम हो गई है। मरीजों में भी कम संख्या में डेंगू निकल रहा है। सिविल सर्जन डा. एसपी जैन के अनुसार, इस साल करीब 300 से ज्यादा लोगों की जांच की, इनमें 150 से ज्यादा को डेंगू निकला। सर्दी से मच्छरों में कमी आई है।
रात का पारा 11 के करीब आया
बीते चार दिनों से रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बीते दिन न्यूनतम पारा 11.6 डिग्री सेल्सियस था। इसके पहले 7 अक्टूबर को 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आने वाले समय में रात के तापमान के साथ ही अधिकतम पारा भी कम हो सकता है।
रखें ये सावधानी
– दिन में फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। रात में भी चादर से खुद को सुरक्षित रखें।
-घर और आस-पास पानी जमा न होने दें।
-कूलर, टायर आदि में पानी भरा न रहने दें।
-तेज बुखार आने पर लापरवाही न बरतें, डाक्टर को दिखाएं।
-खूब पानी पीएं।
गौरतलब है कि शहर में तेजी से बढ़ते डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका चेत नहीं रहे थे। इसी का परिणाम है कि कुछ दिन पहले एक हफ्ते के भीतर पांच नए मरीज सामने आए थे। एक मरीज को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज नहीं मिलने से मजबूरी में उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
नपा की सोनी कालोनी और मठकरी कालोनी भी डेंगू की चपेट में आ गई थी। शहरी क्षेत्र के अलावा दो नए मरीज विजयपुर डोंगर और ऊमरी गांव में भी मिले थे। डेढ़ महीने के भीतर करीब आधा शहर डेंगू की चपेट में आ गया था।