सरकार यहां अपने ही लोगों पर बमबारी कर रही है। विद्रोही भी अपने मिशन को अंजाम देने में लगे हुए हैं। लेकिन इस सब का खामियाजा आम लोगों को जान गंवाकर भुगतना पड़ रहा है।
जानकारों के अनुसार- सीरिया में लड़ी जा रही लड़ाई दरअसल सत्ता की लड़ाई है। सत्ता पर काबिज बशर-अल-असद अपनी गद्दी को बरकरार रखने के लिए खूनी खेल खेल रहे हैं। जिसमें लाखों बेकसूर बच्चे और महिलाएं जिंदगी से हाथ धो रहे हैं। सोशल मीडिया पर सामने आई वहां के हालात की तस्वीरें दिल कंपा देने वाली हैं। घोउटा में हर तरफ मातम है।
घोउटा में छिपे हैं विद्रोही मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- विद्रोही सीरिया की राजधानी दमिश्क के नजदीक घोउटा में छिपे हुए हैं। कुछ रिपोर्ट्स में शहर में आतंकी छिपे होने की खबरें भी हैं। इसके बाद सीरिया की सत्ता पर काबिज सरकार और उसके सहयोगी रूस ने मिल कर शहर पर बम बरसाने शुरू कर दिए। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि विद्रोहियों और आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर बमबारी की जा रही है। किंतु इसमें पूरा का पूरा शहर तबाह हो गया है। करीब ढाई हजार से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं। इलाज के अभाव में उनमें से भी कई दम तोड़ रहे हैं।
युद्ध विराम की भी अनदेखी गौर हो, संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया में 30 दिन के सीज फायर पर सर्वसम्मति से मंजूरी दी हुई है। रूस और सीरियाई राष्ट्रपति असद की ओर से किए गए इस हमले को अब तक का सबसे भीषण हमला कहा जा रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि तक सेना से टक्कर ले रहे विद्रोहियों और ISIS आतंकियों ने आम लोगों को ढाल बनाना शुरू कर दिया है। लेकिन सरकार किसी भी तरह विद्रोहियों और आतंकियों खत्म करना चाहती है।