समिति का उद्देश्य
-निराश्रित-बेसहारा गोवंश को आश्रय स्थल पर भरण पोषण उपलब्ध कराना
-गोवंश को टीकाकरण एवं उपचार प्रदान करना
-नर गोवंश के बंध्याकरण एवं संरक्षित मादा गोवंश को प्रजन्न सुविधा मुहैया कराना
-गोवंश के दूध, गोबर, कंपोस्ट खाद के विक्रय से आश्रय स्थलों को स्वावलम्बन की संभावनाओं को बढ़ाना
-निराश्रित-बेसहारा गोवंश को आश्रय स्थल पर भरण पोषण उपलब्ध कराना
-गोवंश को टीकाकरण एवं उपचार प्रदान करना
-नर गोवंश के बंध्याकरण एवं संरक्षित मादा गोवंश को प्रजन्न सुविधा मुहैया कराना
-गोवंश के दूध, गोबर, कंपोस्ट खाद के विक्रय से आश्रय स्थलों को स्वावलम्बन की संभावनाओं को बढ़ाना
जनसहयोग से संचालित होगा केंद्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस गो-आश्रय स्थलों को जनसहयोग से संचालित करने का आह्ववान किया था, लिहाजा जिला प्रशासन एक निश्चित धनराशि दान में लेकर समिति से गो-सेवा के इच्छुक लोगों को भी जोड़ने की योजना बना रहा है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ डीके शर्मा ने कहा कि शासन की इच्छा गो-संरक्षण केंद्रों को स्वावलम्बी बनाने एवं जन सहयोग से संचालित करने की है। जल्द ही होने वाली बैठक में सहयोग की धनराशि निर्धारित कर ली जाएगी। फिलहाल गो आश्रय स्थलों के लिए शासन द्वारा 1 करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा नगर निगम ने अलग से 50 लाख रुपये की धनराशि इस्तेमाल कर रही है।