क्षतिग्रस्त पुल निर्माण के लिए विधायक को कई बार आवेदन दिया लेकिन पुल नहीं बन सका। नतीजा आदर्श ग्राम के वासियों के विकास की राह में पगार नाला रोड़ा बना हुआ हुआ है। विधायक आदर्शग्राम और उसके आश्रित ग्राम के लोगों ने बताया कि विधायक को लगातारटूटे पुल के निर्माण की मांग लाई गई। कई बार आवेदन तो कई बार मौखिक रूप से फिर भी राजिम विधायक अपने 5 साल के लंबे कार्यकाल में पुल का निर्माण शुरू नहीं करा पाए।
कुछ लोग महावीर चौराहे पर बैठक कर रहे थे यंहां स्थानीय लोगों की नाराजगी वर्तमान विधायक के प्रति देखने को मिली। जब पूछा की आदर्श ग्राम के तौर पर विधायक ने आपके गांव में क्या विशेष कार्य करवाया है, ग्रामवासियों ने बताया कि पिछले 5 साल में कोई विशेष कार्य नही हुआ है। गोकुल ग्राम का उद्देश्य देशी पशु केंद्र बनाना है, जिससे ग्रामवासियों के लिए आर्थिक संसाधन के अवसर पैदा हो सके। दूध, जैविक खाद, केंचुआ, खाद, मूत्र डिस्टिलेट, घरेलू खपत के लिए बायो गैस से बिजली का उत्पादन, पशु उत्पादों की बिक्री कर गोकुल ग्रामों को आत्मनिर्भर बनाना है लाखों खर्च के बाद भी गोकुल ग्राम के नाम पर केवल एक तालाब बना दिया गया है।
विधायक आदर्श ग्राम तो केवल नाम मात्र के लिए है। गांव को कागजों पर ओडीएफ का दर्जा तो मिल चुका है पर ज्यादातर शौचालय का निर्माण या तो अधूरा है या फिर शौचालय जर्जर स्थिति में अनुपयोगी पड़ा हुआ है। गई बार विधायक से शौचालय निर्माण की राशि नहीं मिलने की शिकायत की गई, लेकिन आज तक राशि ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं कराई जा सकी।
महिलाओं के समूह से चर्चा के दौरान वहां मौजूद उनके वार्ड में ही रहने वाली हेमिनी बाई साहू के पति के निधन के बाद आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हो जाने के चलते 2 साल पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय को बताई थी। जिस पर 5 हजार की राशि स्वेच्छा अनुदान से देने को बात कही थी। यह राशि अब तक नहीं मिली। आवास योजना के तहत आवास की मांग कर रही है, परंतु पति के नाम पर आवंटन होने की बात कहकर पंचायत वाले नए सिरे से आवेदन देने के लिए कहते हैं। इसके चलते पिछले 2 सालों से वह जर्जर भवन में रहने को मजबूर है।