पंजाब की जीत में हरजिंदर सिंह ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने शानदार गोल कर टीम को न केवल मजबूती प्रदान की बल्कि जीत का मार्ग भी प्रशस्त किया।
पंजाब ने चुकता किया हिसाबः
लुधियाना के गुरुनानक स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में मिली इस जीत के साथ ही पंजाब ने पुराना हिसाब भी चुकता कर दिया। पंजाब ने 1983-84 में संतोष ट्रॉफी फाइनल में गोवा के हाथों मिली 0-1 की हार का हिसाब बराबर किया।
पंजाब को मैच के 12वें मिनट में बढ़त मिली थी। यह गोल जसप्रीत ने किया। इसके बाद गोवा ने मैच के दूसरे हाफ में बराबरी का गोल किया, लेकिन मोहम्मद आसिफ के फ्रीकिक पर हरजिंदर ने गोल करेत हुए पंजाब को आगे कर दिया। पंजाब ने अंत तक यह अंतर बरकरार रखा और फाइनल में पहुंचने में सफल रहा।