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जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत लगाया बैन
एएफसी ने कहा कि उसकी अनुशासन और सिद्धांत समिति ने इन खिलाड़ियों के लिए यह सजा तय की है। यह मैच फिक्सिंग को लेकर हमारे जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। अब ये चारो खिलाड़ी कभी फुटबॉल नहीं खेल सकेंगे।
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ये है मामला
एएफसी ने बताया कि 2017 और 2018 के एशियन फुटबॉल कप में ये खिलाड़ियों मैच फिक्सिंग में संलिप्त थे। जांच में उन पर लगे आरोप सही पाए गए। इसके बाद एएफसी ने यह निर्णय लिया है। एएफसी की ओर से जारी बयान के अनुसार, किर्गिस्तान के राष्ट्रीय खिलाड़ी कुर्सानबेक शेरातोव को 2017 में एक टूर्नामेंट के दौरान किर्गिस्तान के क्लब दोरदोई एफसी में एक मैच फिक्स करने के साथ सट्टेबाजी गतिविधियों का समर्थन करने का दोषी पाया गया, जबकि किर्गिस्तान के फुटबॉलर इलियाज एलिमोव और अब्दुअजीज माहकामोव ने 2017 में अपने क्लब एफसी एले में मैच फिक्स करने की साजिश रची थी। ये मामला 2017 और 2018 सीजन में एएफसी कप के दौरान के हैं। इन तीनों के अलावा किर्गिस्तान के क्लब एले के ताजिकिस्तान निवासी खिलाड़ी एक अन्य खिलाड़ी को भी 2017 और 2018 के एएफसी कप के मैच फिक्स करने का दोषी पाया गया। इन चारों के अलावा तुर्कमेनिस्तान के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मुहदोव सुलेमान पर डोप टेस्ट में फेल होने के कारण चार साल का प्रतिबंध लगा है।