फतेहाबाद के कुछ युवाओं ने दोनों दलों के एक होने की कामना के साथ मीठे पानी की छबील लगाई और वहां पहुंचने वाले लोगों से दोनों दलों के एक होने की कामना व्यक्त की। पिछले साल दिसम्बर में इंडियन नेशनल लोकदल के विभाजन से जननायक जनता पार्टी का गठन किया गया था। इस विभाजन के बाद दोनों ही दलों का चुनावी प्रदर्शन खराब रहा है। जहां जननायक जनता पार्टी अपने गढ जींद में विधानसभा उपचुनाव हार गई वहीं इंडियन नेशनल लोकदल प्रत्याशी मात्र 3500 वोट ही हासिल कर पाया।
हाल के लोकसभा चुनाव में भी दोनों दलों को एक भी सीट हासिल नहीं हुई। जननायक जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन कर प्रदेश की कुल दस लोकसभा सीटों में से साल सीटों पर चुनाव लडा था लेकिन पार्टी कोई नई सीट हासिल करना तो दूर अपनी हिसार सीट भी भाजपा के मुकाबले हार गई। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अविभाजित इंडियन नेशनल लोकदल के टिकट पर दुष्यंत चौटाला ने यह सीट मोदी लहर में भी जीत ली थी। लेकिन इस बार दुष्यंत चौटाला जननायक जनता पार्टी प्रत्याशी के रूप में हिसार सीट से हार गए। इसी तरह वर्ष 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल ने सिरसा लोकसभा सीट भी जीती थी लेकिन इनेलो सांसद चरणजीत रोडी इस बार सिरसा सीट हार गए।
चुनावी नाकामियों के चलते दोनों दलों के युवा कार्यकर्ता निराश है और चिंता व्यक्त कर रहे है। फतेहाबाद में सोमवार को ऐसे युवाओं ने छबील लगाकर दोनों दलों के एक होने की कामना व्यक्त की और इसके लिए जननायक जनता पार्टी नेता अजय सिंह चौटाला व इंडियन नेशनल लोकदल नेता अभय सिंह चौटाला के फोटो भी लगाए। अजय सिंह और अभय सिंह के बीच कलह के चलते ही पिछले साल इंडियन नेशनल लोकदल का विभाजन हुआ था।